
वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के पास भूमि अधिग्रहण का विरोध तेज, किसानों का धरना 14वें दिन भी जारी
सेवापुरी-जंसा क्षेत्र के ग्रामीणों ने अर्बन टाउनशिप और सड़क चौड़ीकरण के नाम पर जबरन अधिग्रहण का लगाया आरोप, कहा- "ज़मीन नहीं देंगे, चाहे जान चली जाए"




वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी के गंजारी क्षेत्र में बन रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और प्रस्तावित अर्बन टाउनशिप व सड़क चौड़ीकरण परियोजना को लेकर स्थानीय किसानों का विरोध लगातार उग्र होता जा रहा है। शुक्रवार को लगातार 14वें दिन किसानों ने धरना जारी रखा। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि सरकार 600 एकड़ से अधिक उपजाऊ भूमि का अधिग्रहण करने की योजना बना रही है, जो पूरी तरह से जबरन और अनुचित है।


प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा कि पहले भी रिंग रोड और स्टेडियम के नाम पर हमारी जमीन ली गई, अब और नहीं देंगे। यह ज़मीन हमारी आजीविका का साधन है और हम अपनी मिट्टी छोड़ने के बजाय जान दे देंगे।
धरने की अगुवाई कर रहे पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगीराज सिंह पटेल और किसान नेता डॉ. राजेन्द्र सिंह ने चेतावनी दी कि यदि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से रोका नहीं गया, तो किसान शांतिपूर्ण आंदोलन की जगह उग्र आंदोलन शुरू करने को बाध्य होंगे।


प्रदर्शन में राजकुमार गुप्ता (पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य) के संचालन में किसानों ने एक स्वर में सरकार से भूमि अधिग्रहण रोकने की मांग की। इस दौरान हरसोस ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ओमप्रकाश सिंह पटेल ने आभार जताया।
👥 प्रमुख वक्ता और सहभागी:
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डॉ. राजेन्द्र सिंह
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योगीराज सिंह पटेल
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राजकुमार गुप्ता
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ओमप्रकाश सिंह पटेल
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सुरेश राठौर
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गणेश शर्मा
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राजेश कुमार पटेल
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मनोज कुमार सिंह
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रामदुलार, जियाराम पटेल, अजीत पटेल, कमलाकर सिंह सहित सैकड़ों किसान
प्रशासन के लिए यह विरोध प्रदर्शन गंभीर संकेत है। भूमि अधिग्रहण को लेकर बढ़ती असंतुष्टि आने वाले समय में सरकार के लिए चुनौती बन सकती है। अब सबकी नजर प्रशासन की अगली कार्रवाई पर है।



