ई-रिक्शा चार्जिंग सेंटर को बना लिया था गोदाम, 60 लाख का नशीला कप सिरप बरामद
रामनगर में एसआईटी का मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल से जुड़े नेटवर्क पर छापा, मौके से भाग निकला औसानगंज का मनोज यादव
टीम ने गोदाम को सील कर दिया, खंगाले जा रहे आसपास के सीसीटीवी फुटेज
वाराणसी, भदैनी मिरर। रामनगर थाना क्षेत्र के सूजाबाद क्षेत्र में नशीले कफ सिरप तस्करी मामले में जांच के लिए गठित एसआईटी ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने यहां एक ई-रिक्शा चार्जिंग सेंटर पर छापा मारकर प्रतिबंधित कोडीन कफ सिरप की 30,000 शीशियां बरामद की हैं। बरामद खेप की अनुमानित कीमत लगभग 60 लाख रुपये बताई जा रही है। तस्कर इस ई-रिक्शा चार्जिंग सेंटर को गोदाम के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे। सिरप को शीशियों में भरकर रखा गया था।



यह अवैध गोदाम में कफ सिरप कांड के मास्टरमाइंड और फरार चल रहे शुभम जायसवाल से जुड़ा बताया जा रहा है। यह कार्रवाई डीसीपी क्राइम टी. सरवणन के नेतृत्व में गठित टीम ने की है। यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश में कफ सिरप के अवैध कारोबार के खिलाफ चल रही एसआईटी की व्यापक जांच का हिस्सा है। इस सिंडिकेट के तार अन्य राज्यों और यहां तक कि बांग्लादेश तक फैले हुए हैं, जिसमें करोड़ों रुपये का संदिग्ध लेनदेन सामने आया है। इससे पहले भी इस मामले में कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और फर्जी दस्तावेजों पर ड्रग लाइसेंस लेने वाले कारोबारियों का खुलासा हुआ है। टीम ने गोदाम को सील कर दिया है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

जांच में सामने आया कि यह गोदाम कफ सिरप तस्करी के सरगना शुभम जायसवाल के नेटवर्क से जुड़ा है। बरामद माल उसी खेप का हिस्सा बताया जा रहा है, जिसे कुछ दिन पहले रोहनिया के एक जिम से पकड़ा गया था। एसआईटी की जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि इस गोदाम का संचालन मनोज कुमार यादव के स्टैंड से होता था, जो औसानगंज का रहने वाला है। मनोज, शुभम जायसवाल का करीबी बताया जा रहा है। छापेमारी के दौरान मनोज मौके से भाग निकला। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। आपको बता दें कि कफ सिरप कांड में कुछ दिन पहले गिरफ्तार आजाद जायसवाल की गाड़ी इसी गोदाम के पास खड़ी मिली थी। इसी सुराग के आधार पर एसआईटी ने लोकेशन की पुष्टि करने के बाद छापेमारी की। टीम अब फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है। गोदाम से बरामद कार्टून, रैपर और संबंधित दस्तावेज जब्त कर लिए हैं।

