
मंडलायुक्त ने की निर्माणधीन परियोजनाओं की समीक्षा, अफसरों को चेताया, कहा- लेटलतीफी नहीं होगी बर्दाश्त




वाराणसी। मंडलायुक्त एस. राजलिंगम की अध्यक्षता में वाराणसी जिले की निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि योजनाओं में अनावश्यक देरी अब किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी निर्माण कार्यों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से समय पर पूरा करने के लिए मैनपावर बढ़ाया जाए।


मंडलायुक्त ने नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपनी नामित परियोजनाओं पर लगातार निगरानी बनाए रखें और प्रगति की नियमित समीक्षा करें। यदि किसी परियोजना में लापरवाही पाई गई, तो नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अगली बैठक में वे परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी के साथ उपस्थित हों।


बैठक में लगातार अनुपस्थित रहने वाले सीपीडब्ल्यूडी अधिकारियों पर नाराजगी जताते हुए उनके खिलाफ पत्र भेजने का निर्देश भी दिया गया।
प्रमुख निर्देश और निर्णय:
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वाराणसी-भदोही चार लेन परियोजना: पीडब्ल्यूडी सीडी-1 को अगले 20 दिनों में कार्य पूर्ण कराने का निर्देश।
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चंद्रावती घाट: यूपीपीसीएल को बरसात से पहले सभी कार्य हर हाल में पूर्ण करने को कहा गया।
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मेडिकल कॉलेज, पांडेयपुर: एसडीएम सदर को लगातार निगरानी के निर्देश।
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एलिवेटेड रोड, सारनाथ से रिंग रोड: प्रगति की सख्त निगरानी के निर्देश।
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रेलवे जाम समाधान: अन्धारापुल और चौकाघाट में लगने वाले जाम के समाधान हेतु रेलवे को चौड़ीकरण का सर्वे कराने का आदेश।
बैठक में एडीएम सिटी आलोक वर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट रवि शंकर सिंह समेत लोक निर्माण, सेतु निगम, रेलवे, पुलिस और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। मंडलायुक्त ने अंत में कहा कि योजनाएं जनहित से जुड़ी होती हैं और इनकी देरी जनता के विश्वास को प्रभावित करती है, इसलिए सभी अधिकारी जवाबदेही के साथ कार्य करें।


