
दीपावली की रात दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की भव्य आरती, 1100 दीपों से लिखा गया "शुभ दीपावली"
100 दिन बाद यथास्थान शुरू हुई विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती, दीपों की रोशनी से जगमग हुआ पूरा घाट, भक्तों ने मां गंगा से मोक्ष की कामना की

Updated: Oct 20, 2025, 20:09 IST

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वाराणसी, भदैनी मिरर। दीपावली के पावन पर्व पर काशी के दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की भव्य आरती का दिव्य आयोजन हुआ। पूरे घाट को दीपों की रोशनी से सजाया गया और 1100 दीयों से "शुभ दीपावली" लिखकर मां गंगा के चरणों में दीप अर्पित किए गए। इस मनमोहक दृश्य ने घाट को स्वर्गिक आभा से भर दिया।
100 दिनों के लंबे अंतराल के बाद दशाश्वमेध घाट पर विश्वप्रसिद्ध मां गंगा आरती अपने यथास्थान पर दोबारा शुरू हुई। गंगा का जलस्तर कम होने के बाद आरती का स्थान पुनः घाट पर स्थानांतरित किया गया। इस दौरान घाट पर भक्तों और पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी।
घंटे, घड़ियाल और शंखनाद की गूंज के बीच जब पुजारियों ने आरती आरंभ की तो पूरा घाट भक्तिभाव से सराबोर हो उठा। श्रद्धालु ‘हर हर गंगे’ के जयकारों के साथ दीप जलाकर मां गंगा से मोक्ष और समृद्धि की कामना करते नजर आए।



इस दौरान घाट पर मेला जैसा माहौल रहा। देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु और पर्यटक इस अद्भुत दृश्य के साक्षी बने। धार्मिक यात्रा पर आए भक्तों ने कहा कि दीपावली पर मां गंगा की आरती का दर्शन करना जीवन का सबसे पावन क्षण है।
गौरतलब है कि 11 जुलाई से गंगा के जलस्तर में वृद्धि के कारण आरती अस्थायी रूप से छत पर संपन्न कराई जा रही थी। अब जलस्तर सामान्य होने के बाद सोमवार से यथास्थान आरती की शुरुआत फिर से हो गई है।

मां गंगा की इस आरती को देखने के लिए प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु और पर्यटक दशाश्वमेध घाट पहुंचते हैं। दीपावली की रात यह आरती आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दोनों ही रूपों में काशी की आस्था का केंद्र बनी रही।
आरती की तस्वीरें देखें







