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बीएचयू आईएमएस को ‘एम्स लाइक’ योजना के तहत 100 करोड़ रुपये की स्वीकृति, जल्द मिलेगा हाईटेक मेडिकल सिस्टम

एचएमआईएस सिस्टम के विकास और मेडिकल उपकरण खरीद के लिए मिली मंजूरी 

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मरीजों को मिलेगी मुफ्त भोजन सुविधा, ई-हेल्थ रिकॉर्ड भी होगा उपलब्ध

वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आईएमएस) को अब एम्स जैसी सुविधाएं मिलेंगी। केंद्र सरकार की 'एम्स-लाइक' योजना के तहत 100 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हुआ है। इस प्रस्ताव को सोमवार को दिल्ली में हुई स्टैंडिंग फाइनेंस कमेटी (SFC) की बैठक में मंजूरी दी गई।

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बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने की। इस बजट में 20 करोड़ रुपये हॉस्पिटल मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (HMIS) के विकास पर खर्च होंगे जबकि 80 करोड़ रुपये से अत्याधुनिक मेडिकल उपकरणों की खरीद की जाएगी। इसके अलावा अब सर सुंदरलाल अस्पताल में मरीजों को मुफ्त भोजन की सुविधा भी दी जाएगी।

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ऑनलाइन होगी सारी सुविधाएं

नई तकनीक के अंतर्गत ई-सुश्रुत एचएमआईएस सॉफ्टवेयर लागू किया जाएगा, जिसे सी-डैक डेवलप करेगा। इससे मरीजों को डॉक्टर की उपलब्धता, अपॉइंटमेंट, जांच रिपोर्ट और हेल्थ रिकॉर्ड ऑनलाइन मिलेंगे। यूपीआई और नेट बैंकिंग से भुगतान कर सकेंगे। HMIS लागू होने से पर्चा खोने की स्थिति में मरीज अपने मोबाइल से रिकॉर्ड दोबारा प्राप्त कर सकेंगे।

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इन हाईटेक मशीनों की होगी खरीदारी

सरकार की ओर से तय की गई प्राथमिकता के अनुसार, बीएचयू में निम्नलिखित चिकित्सा उपकरणों की खरीद होगी:

  1. लीनियर एक्सीलेटर – कैंसर कोशिकाओं को सटीकता से नष्ट करने वाली मशीन।
  2. मैमोग्राफी यूनिट – स्तन कैंसर की सटीक जांच के लिए।
  3. एंडोब्रोनकियल अल्ट्रासाउंड – फेफड़ों की बारीक जांच के लिए।
  4. वीडियो यूरोडायनमिक सिस्टम – मूत्राशय और मूत्रमार्ग की गतिविधियों का मूल्यांकन।
  5. फीटल इको – गर्भस्थ शिशु के दिल की जांच के लिए विशेष अल्ट्रासाउंड।

एम्स के नियमों से ही होगी खरीद

बैठक में यह भी तय हुआ कि सभी मेडिकल उपकरणों की खरीद एम्स दिल्ली के नियमों के अनुसार ही होगी। इस प्रक्रिया की जानकारी भी एम्स को दी जाएगी ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
एसएफसी बैठक में आईएमएस निदेशक प्रो. एसएन संखवार, प्रो. विशंभर सिंह, प्रो. आरएन चौरसिया, प्रो. एसपी मिश्रा, डॉ. ए.के. द्विवेदी, डॉ. हरिशंकर, आनंद विक्रम और डिप्टी रजिस्ट्रार ब्रजेश मौजूद रहे।

अगली बैठक तीन महीने बाद

इस परियोजना के दूसरे चरण के लिए बजट पर तीन महीने बाद अगली एसएफसी बैठक होगी। मंगलवार को बीएचयू अधिकारियों और शिक्षा मंत्रालय के बीच भी बैठक प्रस्तावित है।

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