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भिखारीपुर-अखरी मार्ग बना हादसों का गड्ढाघर: जर्जर सड़क पर हर दिन गिर रहे बाइक सवार, नहीं बनी जलनिकासी व्यवस्था

चार साल पहले बनी सड़क 15 महीने से मरम्मत का इंतजार कर रही है — बारिश और जलजमाव ने तोड़ी सड़क की कमर, अतिक्रमण और खराब लाइटों से राहगीर परेशान

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Varanasi
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वाराणसी। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विकास की चमक के बीच कुछ सड़कें अब भी बदहाली की कहानी कह रही हैं। ऐसा ही हाल है भिखारीपुर-अखरी मार्ग का- जो शहर में प्रवेश के प्रमुख रास्तों में से एक है। तीन किलोमीटर लंबे इस मार्ग की हालत इतनी खस्ता हो चुकी है कि अब यह गड्ढों का पर्याय बन गया है।
सड़क पर जगह-जगह बने बड़े-बड़े गड्ढे हर दिन राहगीरों के लिए मुसीबत बन रहे हैं। स्थिति यह है कि अगर कोई वाहन चालक थोड़ी भी असावधानी बरते तो हादसा तय है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रतिदिन दो से चार बाइक और साइकिल सवार इस खराब सड़क के कारण गिरकर चोटिल हो रहे हैं।
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ताजा मामले में बुधवार को एक टोटो वाहन पलट गया, जिसमें चार सवारियां बैठी थीं। हादसे के वक्त एक महिला की गोद में तीन महीने का बच्चा था, जो गिरने से बाल-बाल बच गया।
15 महीने से नहीं हुई मरम्मत, बारिश ने बढ़ाई मुसीबत
इस सड़क की मरम्मत पिछले 15 महीनों से नहीं हुई है। जलनिकासी की व्यवस्था न होने के कारण बारिश का पानी सड़क पर जम जाता है, जिससे डामर उखड़ गई है और सड़क की स्थिति बदतर हो गई है। प्रधानमंत्री के आगमन के समय केवल गिट्टी डालकर अस्थायी रूप से मरम्मत की गई थी, लेकिन कुछ ही दिनों में बारिश ने उसे भी धो डाला।
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अतिक्रमण और खराब लाइटों से दोहरी परेशानी
यह मार्ग व्यस्ततम इलाका है जहां सैकड़ों दुकानें, रेस्टोरेंट, शोरूम, बैंक, स्कूल, अस्पताल, मैरेज लान और पेट्रोल पंप स्थित हैं। इसके बावजूद सड़क किनारे अतिक्रमण और ठेले-खुमचे वालों का कब्जा बना रहता है।
साथ ही, सवा करोड़ की लागत से लगाई गई स्ट्रीट लाइटों में से आधी से अधिक खराब हो चुकी हैं, जिससे रात के समय दुर्घटनाओं का खतरा और बढ़ जाता है।
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विधायक ने की थी पैदल जांच, कार्रवाई भी हुई थी
करीब चार साल पहले इस मार्ग के निर्माण के बाद, क्षेत्रीय विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने खुद तीन किलोमीटर तक पैदल चलकर नाली और फुटपाथ की स्थिति की जांच की थी। उस समय गड़बड़ी मिलने पर संबंधित जेई के खिलाफ कार्रवाई भी की गई थी। बावजूद इसके, हालात में कोई बड़ा सुधार नहीं हो पाया है।
शहर से जुड़ने वाला मुख्य मार्ग
भिखारीपुर-अखरी मार्ग न सिर्फ स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि प्रयागराज, मीरजापुर और सोनभद्र से आने वाले यात्रियों के लिए भी एक प्रमुख कड़ी है। यह मार्ग शहर के प्रवेश द्वार की तरह है, लेकिन इसकी खस्ता हालत से आने-जाने वाले हर व्यक्ति को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
स्थानीय निवासियों की मांग
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि प्रशासन को इस मार्ग की मरम्मत और जलनिकासी की व्यवस्था पर तत्काल ध्यान देना चाहिए। यह सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि हजारों लोगों की सुरक्षा और सुविधा से जुड़ा मुद्दा है।
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