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चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर हुए हमले को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में आक्रोश, आजाद समाज पार्टी ने राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन

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चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर हुए हमले को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में आक्रोश, आजाद समाज पार्टी ने राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन
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उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में मथुरा में दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों को निशाना बनाकर हमले किए गए। इन्हीं घटनाओं के पीड़ितों से मिलने पहुंचे भीम आर्मी प्रमुख और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर हमला हुआ। इस घटना के विरोध में आजाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व एमएलसी सुनील कुमार चित्तौड़ ने राष्ट्रपति के नाम पत्र लिखकर ज्ञापन सौंपा है।

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चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर हुए हमले को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में आक्रोश, आजाद समाज पार्टी ने राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन
चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर हुए हमले को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में आक्रोश, आजाद समाज पार्टी ने राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन

पिछले 15 दिनों में मथुरा जिले में कई हिंसक घटनाएं हुई हैं। गांव सिर्रेला, थाना मोंट में वासुदेव बघेल नामक युवक की हत्या कर दी गई। वहीं, गांव करनावल, थाना रिफाइनरी में अनुसूचित जाति की दो बेटियों की शादी से पहले ही बारात पर हमला कर दिया गया, जिससे विवाह संपन्न नहीं हो सका। इसी तरह, गांव भगत सिंह नगलिया, थाना सुरीर में चंद्रपाल और उनके परिवार पर फायरिंग की गई, जिसमें तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मेरठ के गांव कालिंदी, थाना सरधना में बारात पर लाठी-डंडों से हमला कर बारातियों को पीटा गया और दुल्हन के गहने लूट लिए गए। इन घटनाओं से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है और दलित-पिछड़े समुदायों में डर व्याप्त है।

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चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर हुए हमले को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में आक्रोश, आजाद समाज पार्टी ने राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन
चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर हुए हमले को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में आक्रोश, आजाद समाज पार्टी ने राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन

भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद 28 फरवरी को इन पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे थे। जब वे थाना सुरीर के पास पहुंचे, तो पुलिस की मौजूदगी में ही उनके काफिले पर सुनियोजित हमला कर दिया गया। जब वे घटनास्थलों से लौट रहे थे, तब भी उनके काफिले पर दोबारा हमला हुआ, जिसमें भीम आर्मी के कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए। पीड़ित परिवारों और भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस की मौजूदगी में भी हमले हो रहे हैं, लेकिन आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।

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इस हमले के विरोध में आजाद समाज पार्टी ने आंदोलन की चेतावनी दी है। पार्टी ने घोषणा की है कि पहले चरण में 1 मार्च को सभी जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। पार्टी नेताओं का कहना है कि जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिलेगा और हमलावरों पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।

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