
BHU में तेलुगु विभागाध्यक्ष पर हमला: प्रोफेसर और छात्रों ने किया प्रदर्शन, पुलिस को गिरफ़्तारी के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम
वाराणसी के BHU में विभागाध्यक्ष प्रो. CS रामाचंद्र मूर्ति पर हमले के विरोध में सैकड़ों छात्र और प्रोफेसर सड़क पर उतरे, सिंह द्वार को किया जाम, पुलिस से तीखी बहस, गिरफ्तारी की मांग पर अड़े




वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में तेलुगु विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सीएस रामाचंद्र मूर्ति पर हुए हमले को लेकर मंगलवार को विश्वविद्यालय में उबाल देखा गया। प्रोफेसर और छात्र हमलावरों की गिरफ्तारी न होने से नाराज़ होकर सिंह द्वार पर धरने पर बैठ गए। नारेबाजी कर गेट से आने-जाने वाले रास्ते को पूरी तरह जाम कर दिया गया।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने बीएचयू के प्रोफेसरों और छात्रों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। ACP गौरव कुमार सिंह और अन्य अधिकारी कई बार समझा-बुझा कर धरना समाप्त कराने की कोशिश करते रहे, लेकिन शिक्षकों ने साफ कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी और जेल भेजने की कार्रवाई नहीं होती, धरना खत्म नहीं होगा। काफी समझाने के बाद प्रोफेसरों ने पुलिस को आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए 48 घंटे का समय दिया।


प्रोफेसर रामाचंद्र मूर्ति पर 28 जुलाई को रॉड से हमला हुआ था, जिसमें उनके दोनों हाथों में फ्रैक्चर हो गया। वह इस समय BHU ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हैं। उनका कहना है कि बदमाशों ने उन्हें किसी और को समझकर रोका और जानलेवा हमला किया।
प्रोफेसरों की मांगें-
- हमलावरों को 48 घंटे में गिरफ्तार किया जाए
- विश्वविद्यालय में बाहरी व्यक्तियों की सघन चेकिंग हो
- हर चौराहे पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य तैनात किए जाएं
- पहले हुए हमलों पर भी सख्त कार्रवाई की जाए
क्या बोले शिक्षक —
प्रो. सुशील ने कहा कि "BHU में आए दिन ऐसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, सुरक्षा नाम की चीज़ नहीं है। हमने विश्वविद्यालय प्रशासन से बार-बार गुहार लगाई, लेकिन कार्रवाई सिर्फ कागजों तक सीमित रह गई।"


प्रोफेसर ज्ञान प्रकाश ने कहा कि "हम किसी साजिश को नज़रअंदाज नहीं कर सकते। विभागाध्यक्ष के रिटायरमेंट में 6 महीने बचे हैं, ऐसे समय हमला कई सवाल खड़े करता है।"
राजनीतिक प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता अजय राय ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा — "BHU अब शिक्षा का मंदिर नहीं, राजनीतिक अखाड़ा बन गया है। भाजपा की घुसपैठ ने माहौल को अराजक बना दिया है। यह डबल इंजन की सरकार में शिक्षकों की सुरक्षा का सच है।"

पुलिस का बयान
ACP गौरव कुमार सिंह ने बताया कि मामले में FIR दर्ज कर ली गई है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

