Movie prime
Ad
Ad

आत्मविश्वेश्वर महादेव मंदिर हादसा: विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी ने घायलों को आर्थिक मदद दी, बेहतर इलाज का दिया भरोसा

गंभीर घायलों को 50 हजार और सामान्य घायलों को 25 हजार की आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध, इलाज में कोई कमी न हो, डॉक्टरों को दिए निर्देश

Ad

 
Neelkanth
WhatsApp Group Join Now
Ad

Ad

Ad

मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से मिली मदद, प्रशासन लगातार निगरानी में, श्रृंगार के दौरान मंदिर में लगी थी आग 

वाराणसी, भदैनी मिरर। चौक थाना क्षेत्र स्थित आत्मविश्वेश्वर महादेव मंदिर में 9 अगस्त को पूजन-सज्जा के दौरान लगी आग में झुलसे घायलों से मिलने शनिवार को विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी महमूरगंज स्थित निजी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने मरीजों का हालचाल लिया और शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

Ad
Ad
Ad

डॉ तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर घायलों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई गई है। इसमें गंभीर रूप से घायल मरीजों को 50-50 हजार रुपये और सामान्य रूप से घायल मरीजों को 25-25 हजार रुपये का चेक दिया गया।

Ad
Ad

डॉ नीलकंठ तिवारी का आश्वासन

उन्होंने कहा कि इलाज में किसी भी प्रकार की कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी और जरूरत पड़ने पर और अधिक आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। अस्पताल के डॉक्टर डॉ सुबोध से घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी लेते हुए उन्होंने विशेष अनुरोध किया कि मरीजों के इलाज और देखभाल में कोई कमी न रहे।

Ad

घायलों को मिली आर्थिक सहायता

डॉ तिवारी ने मौके पर उपस्थित मरीजों में- ग्राम अमउत निवासी प्रिंस पांडेय, गढ़वासी टोला निवासी शिवांग मिश्रा, चौक निवासी सनिध्य मिश्रा, गोला गली निवासी देवनारायण पांडेय को 50-50 हजार रुपये का चेक प्रदान किया है। 

वहीं सिद्धेश्वरी गली निवासी वीरेश मिश्रा, बैकुंठ मिश्रा, कृष्णा भट्टाचार्य, तनिष पांडेय और ऋषि कुमार मिश्र को 25-25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की।


गौरतलब है कि 9 अगस्त की रात आत्मविश्वेश्वर महादेव मंदिर परिसर में रूई से श्रृंगार और दीपदान के दौरान अचानक आग लग गई थी। हादसे में 9 लोग गंभीर रूप से झुलस गए। प्रारंभिक इलाज मंडलीय अस्पताल में कराया गया, लेकिन बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए मरीजों को निजी अस्पताल शिफ्ट किया गया, जहां प्लास्टिक सर्जरी की विशेष व्यवस्था है। विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी ने कहा कि वे लगातार घायलों की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और किसी भी मरीज को इलाज में परेशानी नहीं होने दी जाएगी। इस दौरान एडीएम प्रोटोकॉल विनय कुमार सिंह और तहसीलदार संत विजय भी मौजूद रहे।

Ad

Ad

FROM AROUND THE WEB