
मानव जीवन की रक्षा में एंटी-सुसाइड सीलिंग फैन बन सकता है अहम हथियार: कर्नल विनोद
पोस्ट मास्टर जनरल ने दिया सुझाव, डाक विभाग करेगा प्रचार-प्रसार और बिक्री में सहयोग




एंटी-सुसाइड सीलिंग फैन से आत्महत्या की घटनाएं रोकी जा सकती हैं
डाक विभाग करेगा प्रचार-प्रसार और बिक्री
1729 डाकघर बनेंगे प्रचार केंद्र
निर्माता कंपनियों ने दिया शोध और निर्माण का आश्वासन
वाराणसी (पसूका) । देश में आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं, विशेष रूप से परीक्षा परिणामों से हताश विद्यार्थियों द्वारा उठाए जा रहे खतरनाक कदमों पर चिंता जताते हुए पोस्ट मास्टर जनरल, वाराणसी कर्नल विनोद ने कहा कि एंटी-सुसाइड सीलिंग फैन रॉड जैसे सरल लेकिन प्रभावी समाधान से हजारों जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।


वाराणसी में एलायंस ऑफ एनर्जी एफिशिएंट इकॉनमी (AEEE) द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में कर्नल विनोद ने बताया कि हाल के दिनों में कोटा जैसे शैक्षणिक केंद्रों में आत्महत्याओं की घटनाएं चिंता का विषय बनी हैं, जिन्हें एंटी-सुसाइड सीलिंग फैन के उपयोग से काफी हद तक रोका जा सकता है।


उन्होंने बताया कि जब कोई व्यक्ति पंखे से लटककर आत्महत्या की कोशिश करता है, तो एंटी-सुसाइड फैन रॉड की तकनीक पंखे को अलग कर देती है और व्यक्ति सुरक्षित रूप से नीचे गिर जाता है, जिससे उसकी जान बच सकती है। यह रॉड किसी भी सामान्य सीलिंग फैन में लगाई जा सकती है और जीवन रक्षा का माध्यम बन सकती है।

डाक विभाग देगा सहयोग
कर्नल विनोद ने कहा कि डाक विभाग देशभर में फैले अपने नेटवर्क—वाराणसी क्षेत्र में मौजूद 1729 डाकघरों—के माध्यम से इन फैंस का प्रचार-प्रसार और बिक्री कर सकता है। मीडिया पोस्ट और खुदरा डाक के तहत इन फैंस को आमजन तक पहुंचाया जा सकता है। इसके अलावा, डाक विभाग लॉजिस्टिक सहयोग भी प्रदान करेगा।
निर्माताओं ने दिए शोध और उत्पादन बढ़ाने के संकेत
कार्यक्रम की खास बात यह रही कि इसमें सीलिंग फैन निर्माताओं ने इस विचार का स्वागत किया और वादा किया कि वह अपने प्रोडक्ट्स में इसे शामिल करने के लिए शोध करेंगे। इस कार्यक्रम में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार श्री सुबोध कुमार, केंद्र एवं राज्य सरकारों के एमएसएमई विभागों के अधिकारी, फैन निर्माता कंपनियों के प्रतिनिधि, निजी क्षेत्र के उद्योगपतियों, बनारस बुनकर संघ और ईंट निर्माण इकाई एसोसिएशन के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम का सफल संचालन एईईई के वरिष्ठ निदेशक श्री प्रमोद कुमार ने किया।

