युवक से सम्बंध बनाकर संतान पैदा करना चाहती थी आंगनबाड़ी कार्यकत्री, इसलिए कर दी हत्या
शिवपुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर में गुरूवार की सुबह सिल-बट्टे से मारकर हुई थी अनुपमा पटेल की हत्या
पुलिस ने नवलपुर बसही के मोहित यादव और उसकी पत्नी अंजली चौहान को किया गिरफ्तार, लूटे गये गहने व नकदी बरामद
लूट के गहने और नकदी बरामद, हत्या से पहले काली मंदिर के पास होम स्टे में ठहरे थे दम्पती
वाराणसी, भदैनी मिरर। शिवपुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर (शारदा विहार कालोनी) में आंगनबाड़ी कार्यकत्री अनूपमा पटेल उर्फ सीता की सिल-बट्टे से सिर और चेहरा कूंचकर निर्मम हत्या का दूसरे दिन शुक्रवार को शिवपुर पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस मामले में शिवपुर थाना क्षेत्र के ही मीरापुर बसही के मोहित यादव और नवलपुर बसही की अंजली चौहान को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों पति-पत्नी हैं और उन्होंने लव मैरेज किया हैं। पुलिस ने इनके पास से मृतक महिला के लूटे गये जेवरात और नकदी भी बरामद कर लिये हैं। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस और मुखबिर के जरिए यह सफलता मिली। पूछताछ में पता चला कि मृतका अनुपमा पटेल को कोई संतान नही थी। मोहित से उसकी जान-पहचान थी। इसलिए अनुपमा मोहित से संतान को जन्म देना चाह रही थी। इसके लिए वह मोहित पर दबाव बना रही थी। इससे तंग आकर मोहित और उसकी पत्नी ने साजिश के तहत उसे मौत के घाट उतार दिया।




आपको बता दें कि गुरूवार की सुबह अनूपमा की उसके घर में हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद उसकी लाश कमरे में छोड़कर हत्यारे कुंडी बाहर से बंद कर भाग निकले थे। घटना के समय पति शैलेश कुमार दूध बेचने बाहर गया था। सुबह करीब नौ बजे लौटा तो पत्नी की लाश देख सन्न रह गया। उसकी सूचना पर पुलिस और मोहल्लेवालों को जानकारी हुई। महिला के सिर और चेहरे पर गंभीर चोट के निशान थे। दोनों की शादी 10 साल पहले हुई थी और उन्हें कोई संतान नही थी। बताया कि मोहित यादव अपनी पत्नी अंजली चौहान के साथ पहले मृतका अनुपमा पटेल उर्फ सीता के घर के पास शारदा बिहार कालोनी में किराये पर रहता था। अनुपमा घर से ही पैकेट का दूध बेचने का काम करती थी। दूध खरीदने के दौरान मोहित यादव का अनुपमा से परिचय हो गया और घर आना जाना था।

चूंकि अनुपमा को कोई संतान नहीं थी और वह मोहित से सम्बन्ध स्थापित कर संतान उत्पन्न करना चाहती थी। इसके लिए अभियुक्त पर दबाव बनाती थी और ऐसा न करने पर पुलिस से शिकायत कर फंसाने की धमकी देती थी। इसके बाद मोहित ने पूरी बात अपनी पत्नी अंजली चौहान को बतायी। इसलिए अनुपमा पुलिस से कोई शिकायत करे और नया झमेला खड़ा हो जाय इससे पहले पति-पत्नी ने अनुपमा को ही रास्ते से हटाने की योजना बनाई। साजिश के तहत मोहित और अंजली पांडेयपुर काली मंदिर स्थित मिश्रा होम स्टे में ठहरे। गुरूवार की सुबह दोनों आटो से अनुपमा के घर के लिए चल दिये। अंजली चौहान अनुपमा के घर में घुसी, मोहित यादव पीछे के रास्ते से अनुपमा के घर में घुस गया। इसके बाद कमरे में पड़े सिल-बट्टे, स्टील के ड्रम और ब्लेड से सिर, चेहरे व गर्दन पर वार कर हत्या कर दी। उसने मृतका के पहने हुए जेवर व आलमारी में रखे हुए जेवरात, नगदी निकाले और घर से बाहर आया। अंजली पति के खून से सने कपडे को शॉल से ढक कर निकली। दोनों फिर आटो में सवार हुए और काली मंदिर स्थित होम स्टे पहुंच गये। फिर अंजली ने खून से सने कपड़े पास की झाड़ी में फेंक दिये।


पुलिस ने दोनों के पास से सोने का एक जोड़ी कान का झुमका, चेन, अंगूठी, एक जोड़ी टप्स, छोटा कान का झुमका, दो जोड़ी बिछिया, एक जोड़ी हाथ फूल, एक करधनी बरामद कर लिया है। दोनों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। कातिल ने हत्या करने के बाद महिला की खून से लथपथ फोटो खींची थीं। फिर मोबाइल को वहीं पर छोड़कर भाग गया था। यही उसके पकड़े जाने का असली कारण बना। आंगनबाड़ी कार्यकत्री अनुपमा खजुरी केंद्र पर तैनात थीं। उसका मायका भी वहीं था। चूंकि अनुपमा मोहित के लव मैरेज का विरोध करती थी। इसके बाद वह दोनों वहां से दूसरी जगह रहने लगे थे। सूत्रों के अनुसार घटना के बाद पता चला था कि अनुपमा चार माह की गर्भवती थी। आशंका जताई जा रही है कि वह गर्भ मोहित के जरिए ही सम्भव हो पाया था और अनुपमा शायद उसकी संतान गर्भ में होने के कारण उसे मुकदमे में फंसा देने की धमकी दे रही थी। मामला गंभीर होता जा रहा था और इससे नया बखेड़ा खड़ा हो जाता। इसलिए उसकी हत्या कर दी गई।
रिपोर्टर- वीरेंद्र कुमार
