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जेल से जमानत पर छूटने के बाद आरोपित ने निकाला ‘विजय जुलूस‘, पुलिस ने साथियों समेत फिर भेजा जेल

खुली गाड़ी में ऐसे निकला जैसे जंग जीत कर आया हो, जुलूस में लगे आपत्तिजनक नारे

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सोशल मीडिया पर खबर वायरल होने के बाद चेतगंज पुलिस ने लिया संज्ञान, की कार्रवाई

आबिद एंड कम्पनी पर एससी/एसटी का एक और मुकदमा हुआ दर्ज

वाराणसी, भदैनी मिरर। जेल से जमानत पर छूटने के बाद अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति ने शुक्रवार को खुली गाड़ी से विजय जुलूस निकाला। सोशल मीडिया पर वीडियो और खबर वायरल होने के बाद चेतगंज पुलिस ने संज्ञान लिया। इस मामले में जमानत पर छूटे आरोपित आबिद शेख और उसके दो साथियों अरमान शेख और जावेद अहमद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। तीनों चेतगंज थाना क्षेत्र के ही तेलियाबाग और रनिया महाल के निवासी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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जानकारी के अनुसार रनिया महाल के आबिद शेख को लूट, मारपीट समेत कई गंभीर धाराओं में पुलिस ने जेल भेजा था। कोर्ट से जमानत मिलने के बाद परवाना जेल पहुंचा। इस दौरान उसके समर्थक वाहनों से वहां पहुंच चुके थे। जेल से बाहर आने के बाद उसने बाकायदा समर्थकों के साथ खुली गाड़ी में बैठकर विजय जुलूस निकाला। जुलूस ऐसा कि मानो कोई जंग जीतकर आया हो। आरोप है कि विजय जुलूस में शामिल लोग आपित्तजनक नारे भी लगा रहे थे। कहा तो यह भी जा रहा है कि ‘पाकिस्तान जिंदाबाद‘ के भी नारे लगे। जूलूस में सपा के कार्यकर्ता भी शामिल रहे। इस दौरान शासन को चुनौती देने वाले नारे ‘भाई अपना छूट गया जेल का ताला टूट गया‘ लगाए जा रहे थे।

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बिना परमिशन यह जुलूस निकाला गया था। जूलूस के कारण चेतगंज सड़क पर जाम लग गया। इसके बावजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही। इस दौरान कुछ लोगों ने जुलूस का वीडियो बना लिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल होने लगी। मामला चेतगंज पुलिस के संज्ञान में आया तो वह फास्ट हो गई। उसने दबिश देकर आबिद समेत उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी काशी जोन गौरव वंशवाल ने बताया कि आपत्तिजनक नारे लगाते हुए विजय जुलूस निकाले जाने की घटना संज्ञान में आई थी। इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

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उधर, आबिद एंड कम्पनी के खिलाफ चेतगंज पुलिस ने एक और मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने आशीष कन्नौजिया की तहरीर पर आबिद शेख और उसके साथियों के खिलाफ गाली-गलौज और जातिसूचक अपशब्दों के प्रयोग के मामले में एसएसी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। आशीष ने तहरीर में बताया कि जमानत पर छूटकर लौटने के बाद आरोपितों ने उसे गालियां दी और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया। 
 

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