वाराणसी. भदैनी मिरर। काशी के सेनिया घराने के विख्यात सरोद वादक पंडित अमित भट्टाचार्य (Pandit Amit Bhattacharya) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया। पंडित जी ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी हमारे सांसद और प्रधानमंत्री हैं। यदि उन्हें आमंत्रण नहीं मिला है, तो मेरी प्राथमिकता देश है। उनकी अनुपस्थिति में मैं भी नहीं जाऊंगा।”


भारत का सम्मान सर्वोपरि
पंडित भट्टाचार्य ने रविवार को वाराणसी में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री के सम्मान के बिना इस तरह के समारोह में जाना उचित नहीं होगा। उनका कहना है, “मैंने सुना है कि पीएम मोदी को इस आयोजन में शामिल होने का न्योता नहीं दिया गया है। ऐसे में मेरे लिए भी वहां जाना संभव नहीं है।”

अमेरिका नहीं, बनारस की शांति ही पसंद

पंडित अमित भट्टाचार्य ने बताया कि उन्हें 7 जनवरी को शपथ ग्रहण समारोह के लिए निमंत्रण मिला था। यह न्योता राष्ट्रपति ट्रंप की शपथ ग्रहण समिति के चेयरमैन डॉ. जे. मार्क बर्न्स की ओर से भेजा गया था। हालांकि, उन्होंने यह कहते हुए इसे ठुकरा दिया कि बनारस की शांति उनके लिए सर्वोपरि है।
उन्होंने कहा, “मैं कभी अमेरिका नहीं गया, और अब विदेश जाने का मन भी नहीं करता। जो संतोष बनारस में है, वह कहीं और नहीं मिल सकता।”




ट्रंप को दी शुभकामनाएं
पंडित जी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनका कार्यकाल सफल रहे और भारत-अमेरिका संबंध और प्रगाढ़ हों।


पंडित अमित भट्टाचार्य का परिचय
पं. अमित भट्टाचार्य, सेनिया घराने की एक प्रमुख हस्ती हैं। वे महान संगीतज्ञ उस्ताद अलाउद्दीन खान के शिष्य पं. ज्योतिन भट्टाचार्य के पुत्र हैं। पंडित अमित, नाद ब्रह्म के साधक के रूप में जाने जाते हैं। उनकी कला परंपरा भारत रत्न पं. रविशंकर और विदुषी अन्नपूर्णा देवी से जुड़ी हुई है।

20 जनवरी को ट्रंप लेंगे शपथ
डोनाल्ड ट्रंप ने नवंबर 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस को हराकर राष्ट्रपति पद जीता। 20 जनवरी को वह वाशिंगटन में पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। इस समारोह में विश्वभर के सांस्कृतिक प्रतिनिधियों और विशिष्ट राजनयिकों को आमंत्रित किया गया है।
भारतीय प्रतिनिधित्व को लेकर विवाद
कहा जा रहा है कि भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर इस समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। हालांकि, इस मुद्दे पर देश में कई चर्चाएं हो रही हैं।