वाराणसी, भदैनी मिरर। साइबर सेल टीम ने ऑनलाइन ठगी के पूरे ₹ 55998 पीड़ित के खाते में वापस करवाए है. जिसके बाद पीड़ित ने डीसीपी क्राइम प्रमोद कुमार से मिलकर धन्यवाद दिया और पूरे टीम के तत्परता की सराहना की है.
साइबर सेल प्रभारी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि 7 जनवरी को शिकायतकर्ता ने साइबर सेल में अपने साथ हुए साइबर फ्रॉड की शिकायत दर्ज करायी गयी. जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा अमेजन कंपनी पे एक प्रोडक्ट के संबंध में शिकायत दर्ज कराने हेतु गूगल से कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया गया, जिसके बाद प्राप्त नंबर पर वास्तविक कस्टमर केयर समझ कर बात की गई. जिसके बाद जालसाज ने पीड़ित को एक लिंक क्लिक किया और उनके क्रेडिट कार्ड से 55 हजार 998 रूपये की ठगी कर ली गयी.
भुक्तभोगी ने तत्काल इसकी सूचना 1930 पर दी, साथ ही साइबर सेल पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई. साइबर सेल ने 8 जनवरी को विभिन्न मर्चेंट बैंक से लगातार व प्रभावी पत्राचार कर संपूर्ण फ्रॉड की धनराशि होल्ड करवा दी. जो भुक्तभोगी को वापस मिल गए है.
साइबर फ्राड से बचाव –
- पुलिस, सीबीआई, ईडी, क्राइम ब्रांच के नाम से आ रहे किसी भी कॉल से सावधान रहें।
- गेल का बिल अपडेट या बिजली के बिल अपडेट के नाम पर आ रहे मैसेज या कॉल से सावधान रहें।
- बैंक सम्बन्धित संवेदिशील जानकारी जैसे कि ओटीपी, पिन, सीवीवी आदि किसी के साथ साझा न करें।
- क्रेडिट कार्ड एक्टीवेशन / ब्लॉक / केवाईसी के नाम पर किसी भी व्यक्ति को बैंक सम्बन्धित संवेदनशील जानकारी उपलब्ध कराने से बचें।
- अपने मोबाइल फोन में किसी के कहने पर स्क्रीन शेयरिंग ऐप जैसे कि AnyDesk, Quick Support, TeamViewer आदि इंश्टाल न करें। किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।
- गूगल सर्च पर कस्टमर केयर के नाम से उपलब्ध नम्बरों पर बिना जाँचे-परखे विश्वास न करें।
- लोन केवल विश्वसनीय बैंक / आर्थिक संस्थान आदि से ही प्राप्त करें।
- OLX/Quikr/Facebook (Meta) आदि वेबसाइट पर उपलब्ध सामग्रियों का भुगतान बिना भौतिक सत्यापन व सघन जाँच के न करें।
नोट- साइबर फ्राड होने पर तत्काल 1930 पर कॉल कर या www.cybercrime.gov.in पर या अपने नजदीकी थाने के साइबर हेल्प डेस्क या साइबर सेल में अपनी शिकायत दर्ज कराएँ।