
जौनपुर रोडवेज में वाराणसी एंटी करप्शन का धावा, लिपिक और कंडक्टर घूस लेते गिरफ्तार
बस बदलवाने की एवज में मांगी थी रिश्वत , एंटी करप्शन टीम ने रंगेहाथ पकड़ा, वाराणसी ले जाकर की पूछताछ




जौनपुर, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में रोडवेज विभाग में फैले भ्रष्टाचार की एक बड़ी परत खुली है। एंटी करप्शन वाराणसी की टीम ने शुक्रवार को रोडवेज परिसर में छापेमारी करते हुए रिश्वतखोरी के मामले में एक लिपिक और एक कंडक्टर को 5000 रुपये घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।


घटना जिले के लाइन बाजार थाना क्षेत्र स्थित रोडवेज परिसर की है। जानकारी के अनुसार, नौपेड़वा निवासी झुल्लुर राम, जो कि रोडवेज का नियमित बस चालक है, वर्तमान में एक जर्जर (खटारा) बस पर कानपुर रूट पर ड्यूटी कर रहा था। झुल्लुर राम ने अपने खराब वाहन को बदलवाने की लगातार मांग की, लेकिन इस प्रक्रिया में उससे 5,000 रुपये की रिश्वत मांगी गई।


घूस की मांग करने वाले कर्मचारी थे
1. रजनीश कुमार (कंडक्टर) – निवासी चपरतला, मेजा, प्रयागराज
2. प्रदीप कुमार श्रीवास्तव (लिपिक) – निवासी धेमा, बदलापुर, जौनपुर
शिकायतकर्ता झुल्लुर राम ने मामले की सूचना एंटी करप्शन वाराणसी टीम को दी, जिसके बाद निरीक्षक राकेश कुमार यादव के नेतृत्व में टीम ने शुक्रवार को सुबह से ही निगरानी शुरू कर दी। करीब साढ़े तीन बजे झुल्लुर राम जैसे ही 5000 रुपये रिश्वत देने पहुंचे, टीम ने दोनों आरोपियों को रंगेहाथ पकड़ लिया।

पकड़े गए दोनों कर्मचारियों को लाइन बाजार थाने ले जाया गया, जहां एन्टी करप्शन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इसके बाद दोनों आरोपियों को पूछताछ और विधिक कार्रवाई के लिए वाराणसी ले जाया गया।
लाइन बाजार थाना प्रभारी सतीश सिंह ने बताया कि – “एंटी करप्शन टीम ने 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रोडवेज के लिपिक और कंडक्टर को गिरफ्तार किया है। इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और कानूनी कार्रवाई जारी है।”
इस कार्रवाई के बाद जौनपुर रोडवेज में हड़कंप मच गया है। अन्य कर्मचारियों में भी भय का माहौल है और अब मामले में आगे और खुलासों की उम्मीद की जा रही है। विभागीय स्तर पर भी जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

