
अडानी के लिए यूपी के हो रहा बिजली का निजीकरण
उपभोक्ताओं को महंगी मिलनेवाली है बिजली




लखनऊ शक्तिभवन पर पांचवें दिन भी क्रमिक अनशन जारी
ट्रांजैक्शन कन्सलटेंट ग्रान्ट थॉटर्न अडानी पॉवर का भी कंसलटेंट है
वाराणसी, भदैनी मिरर। बिजली के निजीकरण के विरोध में लखनऊ शक्तिभवन पर क्रमिक अनशन के पांचवें दिन भी बनारस के बिजलिकर्मियो की भारी उपस्थिति रही। वक्ताओं ने कहाकि निजीकरण के पहले मिर्जापुर में अडानी से बहुत मंहगी दरों पर बिजली खरीद करार निजीकरण के बाद मंहगी बिजली करने की तैयारी है। अडानी का सलाहकार ग्रान्ट थॉटर्न उप्र में विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण के दस्तावेज बना रहा है। यह सरकारी अडानी समूह को बिजली कारोबार देनेवाली है। इसके लिए वह अडानी के लिए कर्मचारियों के हितों की अनदेखी कर रही है।

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर आज मंगलवार को लगातार पांचवें दिन शक्तिभवन मुख्यालय पर बिजली कर्मचारियों का क्रमिक अनशन जारी रहा। इसमें बनारस, जौनपुर सहित ताप विद्युत परियोजनाओं के बिजलीकर्मी अनशन में सम्मिलित हुए। समिति के मीडिया सचिव अंकुर पाण्डेय ने बताया कि निजीकरण के पहले मिर्जापुर में अडानी से बहुत मंहगी दरों पर बिजली खरीद करार निजीकरण के बाद आम उपभोक्ताओं को मंहगी बिजली देने की तैयारी है।


झूठा शपथ पत्र देनेवाले को नियुक्त किया
संघर्ष समिति ने कहा कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के लिए अवैध ढंग से झूठा शपथ पत्र देने वाले को नियुक्त किया गया। ट्रांजैक्शन कन्सलटेंट ग्रान्ट थॉटर्न अडानी पॉवर का भी कंसलटेंट है जिससे मंहगी बिजली खरीद का करार होने वाला है। इससे स्पष्ट हो जाता है कि निजीकरण के बाद निजी घरानों को मदद करने हेतु आम उपभोक्ताओं के लिए बिजली मंहगी करने की तैयारी है।

अडानी पॉवर के साथ 25 वर्षों के लिए होन जा रहा बिजली क्रय करार
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि सोनभद्र जनपद में उत्पादन निगम की अनपरा ‘ए’ परियोजना से 2.816 रूपये प्रति यूनिट, अनपरा ‘बी’ परियोजना से 2.502 रूपये प्रति यूनिट तथा अनपरा ‘डी’ परियोजना से 3.574 रूपये प्रति यूनिट की दर से बिजली मिल रही है। अडानी पॉवर के साथ 25 वर्षों की अवधि के लिए किये जाने वाले बिजली क्रय करार के अनुसार 5.383 रूपये प्रति यूनिट की दर से बिजली मिलेगी, जो सरकारी क्षेत्र के उत्पादन निगम से मिलने वाली बिजली की तुलना में कहीं अधिक मंहगी है।
अडानी पावर के साथ महंगी बिजली खरीदने का है करार
उन्होंने कहा कि ग्रान्ट थॉर्टन अडानी पॉवर का भी सलाहकार है। अतः ऐसा प्रतीत होता है कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण की दृष्टि से ही अडानी पावर के साथ मंहगी बिजली खरीदने का करार किया गया है। स्पष्ट है कि निजीकरण के बाद पूर्वांचल की गरीब जनता के लिए बिजली की दरें बढ़ने वाली है। संघर्ष समिति ने उपभोक्ताओं को आगाह किया कि निजीकरण प्रदेश को लालटेन युग में ले जायेगा। अनशन के पांचवें दिन आज ई.बीबी राय, ई. मनोज कुमार, रमाशंकर पाल, अभिषेक सिंह,पवन कुमार, ओ.पी. भारद्वाज आदि के नेतृत्व में भारी संख्या में बिजलीकर्मी रहे।

