
UP: गंगा नदी में डूबने से तीन नाबालिग छात्रों की मौत, गांव में मचा कोहराम
ट्यूशन के बहाने घर से निकले थे तीन दोस्त, शव मिलने के बाद परिवारों में पसरा मातम, SDM और पुलिस ने संभाला मोर्चा

Updated: May 30, 2025, 11:30 IST

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बलिया, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में शुक्रवार की सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया। दोकटी थाना क्षेत्र के सावनछपरा और बेचनछपरा गांव के तीन किशोरों के शव गंगा नदी में उतराए मिले। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में कोहराम मच गया और पीड़ित परिवारों में शोक की लहर दौड़ गई।

ट्यूशन के बहाने घर से निकले थे तीनों किशोर:
गुरुवार की सुबह सावनछपरा निवासी विनय गोंड़ (14) पुत्र राजन गोंड़, संदीप गोंड़ (15) पुत्र योगेंद्र गोंड़ और बेचनछपरा निवासी वसीम (15) अपने-अपने घर से यह कहकर निकले थे कि वे भोजापुर ट्यूशन पढ़ने जा रहे हैं। लेकिन जब शाम तक वे घर नहीं लौटे, तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की।


घाट पर मिला सामान, बढ़ी आशंका:
शाम करीब 6 बजे जगदीशपुर गंगा घाट पर किसी ग्रामीण को लावारिस हालत में तीन साइकिलें, कपड़े (चड्डी-बनियान), बैग और कॉपियाँ मिलीं। किताबों पर लिखे नामों से पहचान हो सकी और यह जानकारी परिजनों को दी गई। सूचना मिलते ही परिजन घाट पर पहुंचे और सामान देखकर विलाप करने लगे।

शुक्रवार सुबह मिला शव:
गुरुवार रात तक प्रशासन ने खोजबीन की लेकिन सफलता नहीं मिली। शुक्रवार की सुबह तीनों छात्रों के शव गंगा नदी में उतराए मिले। स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से शव बाहर निकाले गए।
प्रशासन ने संभाला मोर्चा:
घटना की सूचना पर SDM बैरिया आलोक प्रताप सिंह, CO बैरिया मो. फहीम कुरैशी, और दोकटी थानाध्यक्ष हरिशंकर सिंह मौके पर पहुंचे। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और घटना की जांच की जा रही है।
गांव में पसरा मातम :
तीनों किशोरों की एक साथ मौत से सावनछपरा और बेचनछपरा गांवों में मातम का माहौल है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है।


