
UP Crime : पुलिस ने दौड़ाया तो डर के मारे दलित छात्र काली नदी में कूदा, मचा हंगामा, तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड
भाई किशनपाल पर है किशोरी के अपहरण का आरोप, उसकी तलाश में दबिश देने गई थी पुलिस



किशनपाल का छोटा भाई है इंटर का छात्र धर्मवीर, सियासत गर्मायी
कन्नौज। कन्नौज के देवीपुरवा गांव में किशोरी के अपहरण के मामले में आरोपित की तलाश में रविवार को पहुंची पुलिस के डर से नदी में दलित छात्र धर्मवीर के डूबने की घटना से सियासत गर्माने लगी है। विभिन्न पार्टियों के नेता गांव में पहुंचने लगे। पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुआवजे और जमीन की मांग कर रहे हैं। हालांकि इस मामले में एसपी ने लापरवाही के आरोप में गुरसहायगंज कोतवाल आलोक दुबे, नौरंगपुर चौकी प्रभारी हरीश यादव व सिपाही रवींद्र कुमार को निलंबित कर दिया है। एनडीआरएफ किशोर की तलाश कर रही है, लेकिन पता नही लग सका है। हालांकि उसके डूबने के बाद 22 घंटे का वक्त बीत चुका है कि छात्र के बचने की उम्मीद कम ही दिखाई दे रही है। इस घटना से परिजनों मे कोहराम मच गया है।



जानकारी के अनुसार 10 जनवरी को गुरसहायगंज कोतवाली में नौरंगपुर क्षेत्र के एक गांव की किशोरी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसकी विवेचना नौरंगपुर चौकी प्रभारी हरीश यादव कर रहे थे। किशोरी के परिजनों ने देवीपुरवा निवासी किशनपाल पर अपहरण का आरोप लगाया था, जबकि रिपोर्ट अज्ञात में दर्ज थी। किशनपाल किशोरी के गांव में जल निगम की कार्यदायी संस्था के अधीन ठेके पर पाइपलाइन बिछवाने का काम कर रहा था। किशोरी के लापता होने के बाद से किशनपाल भी फरार है। चार माह पहले वह छोटी बहन की शादी में भी घर नहीं आया। इधर, रविवार सुबह 10 बजे गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के नौरंगपुर चौकी प्रभारी हरीश यादव, सिपाही रवींद्र कुमार के साथ देवीपुरवा में किशनपाल के घर दबिश देने गए।

वह घर पर नहीं मिला तो चौकी प्रभारी खेत पर पहुंचे। वहां किशनपाल का छोटा भाई धर्मवीर (17) पुत्र कमलेश कुमार काम कर रहा था। पुलिस को देखते ही धर्मवीर काली नदी की ओर भागा। इस पर पुलिसकर्मियों ने उसे दौड़ा लिया। डर के मारे धर्मवीर ने नदी में छलांग लगा दी। पानी अधिक होने के कारण वह पुलिस के सामने ही डूब गया। यह देख चौकी प्रभारी ने किसी को सूचना भी नहीं दी और चुपचाप वहां से भाग निकला। चूंकि खेतों में काम कर रहे लोगो ने घटना देखी थी, तो उन्होंने पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस की लापरवाही और दलित छात्र के डूबने की घटना को गंभीरता से लेते हुए डीएम आशुतोष मोहन अग्निहोत्री, एसपी विनोद कुमार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट वैशाली, सीओ सिटी अभिषेक प्रताप अजेय, कोतवाल जितेंद्र प्रताप सिंह समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।

अफसरों ने गोताखोरों को बुलाकर धर्मवीर की तलाश कराई। दोपहर बाद कानपुर से एसडीआरएफ भी पहुंची। नदी में घंटों सर्च ऑपरेशन चलाया लेकिप देर रात तक उसका पता नहीं चला। इसके बाद एसपी ने तत्काल प्रभाव से गुरसहायगंज कोतवाल आलोक दुबे, नौरंगपुर चौकी प्रभारी हरीश यादव व सिपाही रवींद्र कुमार को निलंबित कर दिया। इस दौरान काली नदी के किनारे जुटी ग्रामीणों की भीड़ हंगामा करने लगी। पुलिस ने लाठियां पटक कर उन्हें खदेड़ा। लोगों ने पुलिसकर्मियों की संवदेनहीनता पर सवाल उठाये। उनका कहना था कि जब दरोगा और सिपाही ने छात्र को नदी में कूदते देख लिया तो उन्हें उसे तत्काल बचाने का प्रयास करना चाहिए था। शायद वह बच जाता। छात्र को बचाने के वजाय वह उल्टे पांव भाग गये।
दरोगा ने नही दर्ज कराई थी रवानगी, उल्टा पड़ गया दांव
इस मामले मेंं पता चला कि दबिश की जानकारी दरोगा हरीश यादव ने अपने कोतवाल को नहीं दी थी। पुलिस के नियमानुसार कोतवाली में जीडी में बकायदा दबिश के लिए रवानगी दर्ज होनी चाहिए और इसकी जानकारी कोतवाल को देनी चाहिए थी। लेकिन हरीश यादव ने सूचना नहीं दी और न ही जीडी में रवानगी दर्ज कराई। उधर, इन पुलिसवालों को किशनपाल जब घर पर नहीं मिला तो उसने सोचा कि यदि उसके छोटे भाई धर्मवीर को कोतवाली लाकर बैठा देंगे तो दबाव बनेगा, और परिवारवाले किशनपाल को उनके हवाले कर देंगे। लेकिन उनकी यह सोच उल्टी पड़ गई। ग्रामीणों ने बताया कि दरोगा और सिपाही ने धर्मवीर को आधा किलोमीटर तक दौड़ाया। पहले धर्मवीर झाड़ियों में छिप गया, और फिर नदी की ओर भागा। धर्मवीर को लगा कि पुलिस उसे पकड़ लेगी तो उसने नदी में छलांग लगा दी और डूब गया। फिलहाल दलित छात्र के मामले में सियासत को देखते हुए डीएम आशुतोष कुमार अग्निहोत्री ने पीड़ित परिवार को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया है।
पांच भाइयों मे तीसरे नंबर का है धर्मवीर, पिता की हो चुकी है मौत
देवीपुरवा निवासी धर्मवीर जाटव पांच भाइयों में तीसरे नंबर का है। सबसे बड़े भाई अवनीश की शादी हो चुकी है। वह अपनी ससुराल में पत्नी व बच्चों के साथ रहता है। दूसरे नंबर का भाई किशनपाल है और उस पर किशोरी के अपहरण का आरोप है। किशनपाल जनवरी से लापता है। तीसरे नंबर का धर्मवीर है। यह पंचमलाल इंटर कॉलेज सियरमऊ जलालाबाद में इंटर का छात्र है। चौथे नंबर का भाई धरमपाल दिव्यांग है और सबसे छोटा रामजी है। एक बहन किरन की चार माह पहले शादी हो चुकी है। पिता कमलेश कुमार की 10 साल पहले बीमारी से मौत हो चुकी है। मां अमरावती मेहनत मजदूरी करतीं हैं। जिस समय धर्मवीर की नदी में तलाश हो रही थी तो मां अमरवाती किनारे रो रही थी। अचानक उसने भी नदी मे कूदकर जान देने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस वालो ने उसे पकड़ लिया।

