डिप्टी जेलर समेत तीन ने मुख्यालय पहुंचकर दर्ज करवाया अपना बयान




डिप्टी जेलर मैनपुरी और लखनऊ को भी बुलाया गया
वाराणसी, भदैनी मिरर। प्रताड़ना के आरोपों में घिरे जिला जेल के पूर्व अधीक्षक डॉ. उमेश सिंह के प्रकरण में गुरुवार को शिकायत करने वाली महिला डिप्टी जेलर मीना कन्नौजिया सहित तीन ने मुख्यालय पहुंचकर अपना बयान दर्ज करवाया. मीना कन्नौजिया के अलावा मैनपुरी जेल की डिप्टी जेलर रत्नप्रिया और लखनऊ जेल में तैनात डिप्टी जेलर सुमन यादव को भी बुलाया गया था. तीनों ने अपना पक्ष रखा. डॉ. उमेश सिंह पर पूर्व में भी लगे आरोपों की जांच फिर से शुरु कर दी गई है.

जेल अधीक्षक डॉ. उमेश सिंह के तैनाती के शुरुआती दौर में डिप्टी जेलर रत्नप्रिया और सुमन यादव भी तैनात थी. रत्नप्रिया ने भी उमेश सिंह के खिलाफ शिकायत की थी. अब मीना कन्नौजिया की शिकायत के बाद मुख्यालय स्तर से सभी आरोपों की फिर से जांच शुरु कर दी गई है. सूत्र बताते है कि योगी सरकार में अपनी मजबूत पकड़ होने का धाक जमाने वाले जेल अधीक्षक पर कार्रवाई हो सकती है. मीना कन्नौजिया के शिकायत पत्र और वायरल हुए वीडियो ने सरकार की काफी किरकिरी करवाई है.

बेटी ने दिया है तहरीर
बीते बुधवार को डिप्टी जेलर मीना कन्नौजिया की पुत्री नेहा शाह लालपुर-पांडेयपुर थाने में जेल अधीक्षक डॉ उमेश सिंह के खिलाफ तहरीर दी है. उसने मां को शारीरिक और मानसिक प्रताड़ित करने का आरोप लगाई. बताया कि उसकी मां को जेल अधीक्षक ऑफिस और कमरे में बुलाना चाहते थे. इतना ही नहीं वह बंदी महिलाओं को भी लोभ देकर मां के जरिए बुलाना चाहते थे. जब मां ने विरोध किया तो जातिसूचक गालियां दी. जलील किया और धमकी दी कि वह योगी आदित्यनाथ जी का भाई है. रिटायरमेंट के बाद वह चुनाव लड़कर कारागार मंत्री बनेगा और फिर सबको सबक सिखाएगा.


