
Digital Arrest का भय दिखा लाखों की ठगी करनेवाले तीन शातिर गिरफ्तार
विदेशी साइबर अपराधी भी हैं डिजिटल अरेस्ट गैंग में शामिल




लखनऊ और सीतापुर के रहनेवाले जालसाज चढ़े वाराणसी साइबर थाना पुलिस के हत्थे
वाराणसी, भदैनी मिरर। लोगों के डिजिटल अरेस्ट का भय दिखाकर उनके लाखों रूपये उड़ानेवाले गैंग के तीन सदस्यों को मंगलवार को साइबर पुलिस थाने की पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया। इस गिरोह से विदेशी साइबर ठग भी जुड़े हैं। इन गिरफ्तार गैंग के सदस्यों में लखनऊ के कैंट थाना क्षेत्र के सदर बाजार के आजाद मोहाल के गौरव जायसवाल, सीतापुर जिले के खैराबाद थाना क्षेत्र के मोहल्ला हटौरा खैराबाद के तबिश उर रहमान और कजियारा खैराबाद के असद वकील खान हैं। पुलिस ने इनके पास से तीन आईफोन और 3325 रूपये बरामद किये हैं।


अपर पुलिस उपायुक्त श्रुति श्रीवास्तव और सहायक पुलिस आयुक्त विजय प्रताप सिंह ने तीनों शातिरों को मीडिया के सामने पेश किया। बताया कि महमूरगंज स्थित कृष्णा अपार्टमेंट में रहनेवाले सुभाष चंद्र ने 11 मई को साइबर क्राइम थाने में प्रार्थना पत्र दिया। बताया कि अज्ञात साइबर अपराधियों द्वारा फर्जी गिरफ्तारी का भय दिखाकर 4940000 रूपये की साइबर ठगी कर ली गयी है। इस मामले में धारा 318(2), 318(4), 308(2) और 66डी आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। साइबर जालसाजों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित की गई। जांच में तीनों जालसाजों की पहचान और उनका लोकेशन मिलने के बाद गिरफ्तारी की गई। पूछताछ में इन शातिरों ने बताया कि हमलोग आमलोगों को पैसे आदि का लालच देकर उनका बैंक खाता विभिन्न बैंक खातों मे खुलवाते है। फिर इन बैंक खातों में क्रेडिट धनराशि का कुछ भाग भी खाताधारक को दिया जाता है।


खाता खुलवाने के बाद इन बैंक खातो की संपूर्ण किट अपने पास ले लेते हैं। उसके बाद इन खातों से सम्बंधित व्यक्तियों को अपने जाल में फंसाने के लिए साजिश रची जाती है। इस दौरान अपने विदेशी साथी साइबर अपराधियों के साथ मिलकर डिजिटल अरेस्ट और इन्वेस्टमेंट से सम्बन्धित ठगी गयी धनराशि को उक्त बैंक खातों में मंगवाया जाता है। इसके बाद इन पैसों को विभिन्न बैंक खातो में ट्रान्सफर करते हुए कैश निकाल लेते हैं। विदेशी साइबर अपराधियों को इन पैसों के बदले अपना कमीशन काटकर उन्हें डालर में भुगतान कर दिया जाता है। इन्हें गिरफ्तार करनेवाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी विजय नारायण मिश्रा, निरीक्षक राजकिशोर पाण्डेय, विजय कुमार यादव, उप निरीक्षक सतीश सिंह, आलोक रंजन सिंह, एसएसआई श्यामलाल गुप्ता, महिला कांस्टेबल प्रीति सिंह और संगीता देवी रहीं।


