बेरहम मां-ममता ने ही घोंट दिया ममता का गला : बेटे के नाम से 40-40 लाख का 4 बीमा करवाया, फिर उतरवा दिया मौत के घाट
पति की मौत के बाद प्रेमी संग ऐशो आराम की जिंदगी बिताने के लिए मां ने बनाया प्लान, दिया अंजाम

कानपुर। कानपुर देहात में मां की ममता को कलंकित करनेवाली घटना सुनकर लोगों का मन घृणा से भर गया। एक मां ने अपने प्रेमी संग ऐशो आराम की जिंदगी बिताने के लिए अपनी ही औलाद की बलि चढ़ा दी। खुशनुमा जीवन बिताने के उसने पहले अपनी औलाद के नाम से 40-40 लाख रूपये का चार बीमा करवाया। इसके बाद प्रेमी और उसके भाई से अपनी बेटे की हत्या करवा दी। सबसे अजीब बात तो यह है कि जिस मां ने अपने बेटे की हत्या कराई उसका नाम ममता है। यहां ममता ने ममता का ही गला घोंट दिया। बेटे की हत्या के बाद उसकी लाश को हाइवे पर फेंक दिया गया था ताकि इसे दुर्घटना का रूप दिया जा सके और पालिसियों की रकम हजम कर ऐशो आराम की जिंदगी बिताई जा सके। लेकिन पुलिस की जांच में सारी योजना खुलकर सामने आ गई। पुलिस ने हत्यारोपित प्रेमी को मुठभेड़ में और उसके भाई को अन्य स्थान से गिरफ्तार कर लिया। बेटे की हत्यारिन मां फरार है। पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है। गांववाले भी इस घटना से काफी नाराज हैं।



जानकारी के अनुसार कानपुर देहात की 42 वर्षीया ममता के पति संदीप का निधन हो चुका था। इनके इनका 23 वर्षीय बेटा प्रदीप था। प्रदीप आंध्रप्रदेश में रहकर नौकरी करता था और दीपावली पर घर आया था। इस दौरान अंगदपुर गांव के मयंक उर्फ ईशू से ममता के अवैध सम्बंध हो गये थे। दोनों का प्रेम परवान चढ़ चुका था। इस बीच बेटे प्रदीप को मां और मयंक के प्रेम सम्बंध की जानकारी हो गई। हालांकि इसकी जानकारी गांववालों को भी हो गई थी। मयंक ने मां के अवैध सम्बंधों का कड़ा विरोध किया। बेटे का विरोध देख मां और प्रेमी को नागवार लगा। दोनों ने बेटे को ही रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। तय हुआ कि प्रदीप की हत्या कर उसे दुर्घटना का रूप दे दिया जाय। इससे पहले उसके नाम से 40-40 लाख की चार पालिसियां कर ली जाएंगी।

बाद में बेटे की दुर्घटना में मौत साबित होने पर उसकी बीमा राशि का भुगतान कराकर ऐशो आराम की जिंदगी बिताएंगे। इस प्लान में मयंक ने अपने भाई सुक्खा उर्फ ऋषि कटियार को भी शामिल कर लिया। प्लान के तहत सुक्खा और उसके भाई मयंक ने प्रदीप का पहले 40-40 लाख की चार बीमा करवाये। फिर 26 अक्टूबर को होटल में खाना खिलाने के बहाने प्रदीप को कार से ले गये। उसे खाना भी नही खिलाया और रास्ते ही हथौड़े से सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद रात में उसके शव को कानपुर-इटावा हाईवे पर फेंक दिया। 27 अक्टूबर की सुबह हाइवे पर प्रदीप की खून से लथपथ लाश राहगीरों और आसपास के लोगों ने देखी। सूचना पर पुलिस पहुंची। सिर और शरीर में कई जगह गंभीर चोट के निशान थे। सूचना पर मृतक प्रदीप के दादा जगदीश नायारण और परिवार के अन्य सदस्य पहुंचे। चूंकि बहू ममता की प्रेम कहानी और उसके शातिर दिमाग की खबर दादा को थी। उन्हें पौ़त्र की दुर्घटना में मौत की बात हजम नही हुई। दादा ने दुर्घटना की आशंका से साफ इनकार कर दिया। गांववाले भी इसे मानने को तैयार नही हुए और थाने पर हंगामा करने लगे। इसके बाद दादा की तहरीर पर पुलिस ने सुक्खा उर्फ ऋषि कटियार व उसके भाई मयंक उर्फ ईशू के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली।

उधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में प्रदीप की हत्या की पुष्टि हो गई। फिर पुलिस हत्यारोपितों की तलाश में जुट गई। एएसपी राजेश पांडेय ने बताया कि मंगलवार रात बरौर थानाध्यक्ष अमिता वर्मा ने टीम के साथ कुटरा मोड़ के पास अंगदपुर के ऋषि कटियार को घेर लिया। वह कार से था और भागते समय करी गड्ढे में फंस गई। फिर भी आरोपित ने भागने के प्रयास किया और पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में ऋषि कटियार के दाहिने पैर में गोली लग गई और उसे पकड़ लिया गया। पुलिस ने उसके पास से तमंचा और दो खोखे भी बरामद किये हैं। इसके बाद पुलिस ने बुधवार शाम छह बजे रायरामापुर में दूसरे हत्यारोपित मयंक उर्फ ईशु को भी गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से हत्या में प्रयुक्त हथौड़ी मिल गई। मयंक ने बताया कि प्रदीप के पिता संदीप कुमार की मौत के बाद उसकी मां ममता (42) से उसके संबंध हो गए थे।
प्रदीप उन दोनों के प्रेम सम्बंधों में बाधक बन गया था। इसलिए उसने प्रेमी और उसके भाई संग प्लान बनाकर प्रदीप को मौत के घाट उतरवा दिया। प्लान के तहत प्रदीप के सिर पर हथौड़े से गहरा वार कर हत्या इसलिए की गई थी ताकि पुलिस या लोग उसकी दुर्घटना में मौत मान ले। क्योंकि दुर्घटना में मौत की पुष्टि के बाद ही बीमा पालिसी की रकम उन्हें मिल जाती। इसके बाद वह आलीशान मकान बनवा कर ऐशो आराम की जिंदगी बिताते। लेकिन अब प्रेमी और उसके भाई तो जेल पहुंच गये। मां के नाम पर कलंक बनी ममता को जेल में इंतजार हो रहा है। पुलिस के अनुसार ऋषि कटियार गैंगस्टर है। उसके खिलाफ पहले भी चोरी समेत कई मामले दर्ज हैं।


