
खत्म हुई दिल्ली और महानगराें की दौड़, योगी सरकार जिलों में ही उपलब्ध करा रही ICU की सुविधा
अब तक 2,100 से अधिक गंभीर मरीजों को मिला जिला स्तर पर इलाज




लखनऊ। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती देने की दिशा में ठोस पहल करते हुए जिला स्तर पर आईसीयू जैसी महत्वपूर्ण सुविधा को सक्रिय कर दिया है। प्रदेश के 40 से अधिक जिलों में पूरी तरह कार्यरत आईसीयू यूनिट अब लोगों को बड़ी राहत दे रही हैं।


जहां पहले गंभीर रोगियों को इलाज के लिए लखनऊ या दिल्ली के बड़े अस्पतालों का रुख करना पड़ता था, अब वही इलाज उन्हें अपने जिले में ही मिल रहा है। इस पहल से अब तक 2,100 से अधिक गंभीर मरीजों को स्थानीय स्तर पर इलाज मिल चुका है, जिससे न सिर्फ समय पर इलाज मिला बल्कि परिवारों का आर्थिक और मानसिक बोझ भी काफी हद तक कम हुआ है।


आईसीयू सुविधा अब जिला स्तर पर
प्रदेश के जिन जिलों में यह सुविधाएं प्रभावी रूप से चालू हैं, उनमें लखनऊ के बलरामपुर, सिविल, रानी लक्ष्मीबाई, लोकबंधु और राम सागर मिश्र अस्पताल शामिल हैं। वहीं बाराबंकी, अयोध्या, सीतापुर, कानपुर नगर, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, बस्ती, बरेली, मेरठ, मुरादाबाद, गाजियाबाद, शामली, अलीगढ़, झांसी, आगरा जैसे कई जिलों में भी आईसीयू सफलतापूर्वक कार्य कर रहे हैं।

डॉक्टर और स्टाफ को मिला विशेष प्रशिक्षण
पहले जिला अस्पतालों में आईसीयू की भौतिक संरचना तो थी, लेकिन संचालन के लिए प्रशिक्षित स्टाफ नहीं थे। इस समस्या को हल करने के लिए राज्य सरकार ने डॉक्टरों, नर्सों और लैब टेक्नीशियनों को एमएलबी मेडिकल कॉलेज, झांसी के प्रो. अंशुल जैन के नेतृत्व में विशेष प्रशिक्षण दिलाया।
इस प्रशिक्षण में वेंटिलेटर संचालन, संक्रमण नियंत्रण, रोगी निगरानी और आईसीयू प्रबंधन के हर पहलू पर व्यापक जानकारी दी गई। ‘केयर-अप’ नामक इस पहल के तहत प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ अब गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज देने में सक्षम हो रहे हैं।
एक महीने में 150 से ज्यादा मरीजों का इलाज
लोकबंधु अस्पताल, लखनऊ के आईसीयू प्रभारी डॉ. दीपक कुमार मौर्य के मुताबिक उनके अस्पताल के 11 बेड वाले आईसीयू में सिर्फ पिछले महीने 150 से ज्यादा मरीजों का सफल इलाज किया गया। वहीं सिविल अस्पताल के डॉ. अभिषेक सिंह ने बताया कि प्रशिक्षित स्टाफ की बदौलत गंभीर मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है, जिससे अब अधिक लोगों को समय पर इलाज मिल रहा है।
डॉक्टरों के लिए 'क्रिटिकल केयर रिफ्रेशर मैनुअल' का विमोचन
राज्य के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि आईसीयू संचालन को और बेहतर करने के लिए डॉक्टरों के लिए ‘क्रिटिकल केयर रिफ्रेशर मैनुअल’ नामक पुस्तक तैयार की गई है। इसे प्रो. अंशुल जैन ने संपादित किया है और इसमें उत्तर प्रदेश और दिल्ली के 36 विशेषज्ञों के लेख शामिल हैं। यह पुस्तक डॉक्टरों के लिए एक मार्गदर्शिका की तरह काम करेगी।

