
UP में देवदूत बनकर सिपाही ने यात्री की बचाई जान, प्लेटफार्म और कोच के बीच यात्री का फंस गया था पैर
काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस में पैर फिसलने से फंसे यात्री को आरपीएफ हेड कांस्टेबल आर्येंद्र कुमार ने बचाया




घटना 12 मई की सुबह 4:07 बजे हुई, जब ट्रेन प्लेटफार्म नंबर एक पर रुकी थी।
हेड कांस्टेबल ने युवक की बेल्ट पकड़कर उसे कोच के अंदर सुरक्षित वापस ले जाया।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और सिपाही की बहादुरी की प्रशंसा हो रही है।
हापुड़। यूपी के हापुड़ रेलवे स्टेशन पर एक सतर्क आरपीएफ सिपाही की वजह से एक युवक की जान बच गई। काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस ट्रेन के कोच के गेट पर अचानक पैर फिसलने से युवक प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच फंस गया था। इसी दौरान आरपीएफ के हेड कांस्टेबल आर्येंद्र कुमार ने अपनी सूझ-बूझ और तेजी से कार्रवाई करते हुए युवक को खतरे से बाहर निकाल लिया।


घटना का पूरा विवरण
12 मई की सुबह लगभग 4:07 बजे बनारस से नई दिल्ली जा रही काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस जब हापुड़ रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची, तभी आरपीएफ के हेड कांस्टेबल आर्येंद्र कुमार अपनी ड्यूटी पर तैनात थे। उन्होंने देखा कि ट्रेन के सामान्य कोच के गेट पर एक व्यक्ति फिसलकर नीचे गिर गया है और उसका पैर प्लेटफार्म पर घिसट रहा है।


बिना किसी देर किए, हेड कांस्टेबल आर्येंद्र कुमार तुरंत उस युवक के पास दौड़े और युवक की बेल्ट पकड़कर खतरनाक स्थिति से बाहर कोच के अंदर वापस ले आए। इस साहसिक कदम से युवक की जान बच गई।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग आरपीएफ हेड कांस्टेबल की बहादुरी और सतर्कता की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं।
आरपीएफ के पोस्ट कमांडेंट राकेश यादव ने बताया कि घायल यात्री को कोई चोट नहीं आई है। उन्होंने सभी यात्रियों से अपील की कि ट्रेन में यात्रा करते समय हमेशा सावधानी बरतें और कभी भी चलती ट्रेन से चढ़ने या उतरने की कोशिश न करें।

सुरक्षित यात्रा के लिए जरूरी बातें:
- चलती ट्रेन के अंदर या बाहर लटकना जोखिम भरा होता है।
- प्लेटफार्म पर भी सतर्क रहना चाहिए।
- रेलवे स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों के निर्देशों का पालन करें।

