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शिकोहाबाद : मोबाइल निकालने कुएं में उतरे चाचा-भतीजे, दम घुटने से तीनों की दर्दनाक मौत

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फिरोजाबाद। जिले के शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के नगला पोहपी गांव में मंगलवार को एक बेहद दर्दनाक हादसा हो गया। करीब 50 फीट गहरे सूखे कुएं में उतरे चाचा और दो भतीजों की दम घुटने से मौत हो गई। तीनों कुएं में गिरे मोबाइल फोन को निकालने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन भीतर मौजूद मीथेन गैस और ऑक्सीजन की कमी ने उनकी जान ले ली।

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हादसे की शुरुआत मोबाइल फोन से हुई

गांव के रहने वाले अजय कुमार (25) अपने ससुर का मोबाइल इस्तेमाल कर रहे थे। बातचीत के दौरान फोन अचानक हाथ से फिसलकर कुएं में जा गिरा। फोन निकालने के लिए सबसे पहले उसका चचेरा भाई ध्रुव कुमार (22) रस्सी के सहारे कुएं में उतरा, लेकिन लंबे समय तक बाहर नहीं आया।

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ध्रुव के न लौटने पर अजय खुद कुएं में नीचे गया, लेकिन वह भी बेहोश हो गया। इसी दौरान मौके पर पहुंचे चाचा चंद्रवीर (28) ने दोनों को निकालने की कोशिश में खुद भी कुएं में उतरने का फैसला किया और वह भी गैस की चपेट में आकर बेसुध हो गए।

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घंटों चला रेस्क्यू, नहीं बची कोई जान

काफी देर तक जब तीनों घर नहीं लौटे तो परिजन उन्हें ढूंढते हुए कुएं तक पहुंचे। जब उन्होंने कुएं में झांककर देखा, तो तीनों बेहोश हालत में नीचे पड़े मिले। तुरंत प्रशासन को सूचना दी गई।

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इसके बाद फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, मक्खनपुर, मटसेना और जसराना से पुलिस और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। एडीएम विशु राजा, एसडीएम विकल्प, सीओ प्रवीण तिवारी, शिकोहाबाद के इंस्पेक्टर अनुज राणा और मेडिकल टीम की निगरानी में चार घंटे से अधिक समय तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला। फायर ब्रिगेड प्रभारी बृजेश कुमार के नेतृत्व में तीनों को बाहर निकाला गया और संयुक्त चिकित्सालय शिकोहाबाद लाया गया, जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।

 मीथेन गैस बनी मौत की वजह

फिरोजाबाद के अपर जिलाधिकारी विशु राजा ने बताया कि शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि कुएं में मीथेन गैस मौजूद थी, जिसकी वजह से ऑक्सीजन की कमी हो गई और दम घुटने से तीनों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि तीनों युवक मोबाइल में गेम खेल रहे थे, और उसी दौरान हादसा हो गया।

परिजनों को मिलेगा मुआवजा

प्रशासन ने मृतकों के परिवार को दैवीय आपदा राहत कोष से चार लाख रुपये की सहायता दिलाने की बात कही है। सीएमएस डॉ. आरसी केशव ने भी पुष्टि की कि तीनों को जब अस्पताल लाया गया, तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी।

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