भैयादूज के दिन भाई ने बहन के दुपट्टे से फांसी लगाकर दे दी जान, मचा कोहराम
मामूली बात पर उठाया आत्मघाती कदम, मुरादाबाद के थाना कुंदरकी के महमूदा नगला गांव के बगीचे में लटकती मिली लाश

चार दिन पहले ही दीपावली मनाने आया था घर, भैयादूज पर भाइयों को मिठाई खिलाने मायके आई थीं दोनों बहनें
मुरादाबाद। परिवार में हुए मामूली विवाद से क्षुब्ध युवक सत्येंद्र सिंह (28) ने बुधवार की रात बगीचे में आम के पेड़ की डाल से फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। यह घटना कुंदरकी थाना क्षेत्र के महमूदा नगला गांव की है। सत्येंद्र की लाश गुरूवार यानी भैयादूज के दिन सुबह आठ बजे मिली। सत्येंद्र मजदूरी करता था और अविवाहित था। उसने अपनी बहन के दुपट्टे से फांसी लगाई थी। घरवालों के अनुसार ऐसा कोई गंभीर विवाद नही था जिसके कारण ऐसा आत्मघाती कदम उठाना पड़े। इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। सत्येंद्र की दो बहने भैयादूज पर उसे मिठाई खिलाने के लिए ससुराल से मायके आई थीं। भाई को मिठाई खिलाने की उनकी हसरत अधूरी रह गई। भाई-बहन के खुशी के इस पर्व पर परिवार तो क्या गांव में मातम पसर गया।




तीन भाई और दो बहनों में बड़ा सतेंद्र सिंह थाना कुंदरकी के महमूदा नगला गांव के निवासी कमल सिंह का पुत्र था। वह दिल्ली में कॉम्प्लेक्स बनाने वाले ठेकेदार के अंडर में मजदूरी करता था। चार दिन पहले ही वह दीपावली मनाने के लिए अपने गांव आया था। बुधवार शाम घरवालों से किसी बात पर मामूली कहासुनी हुई। इसके बाद रात 10 बजे वह परिवारवालों से टहलने की बात कहकर घर से निकल गया। फिर वह वापस नहीं लौटा। आधी रात हो गई तो परिवारवालों ने सोचा की चाचा के घर सो गया होगा। गुरुवार की सुबह आठ बज गये और तब भी सत्येंद्र नही लौटा तो उसकी खोज शुरू हो गई। उसका छोटा भाई मुलायम सिंह धर्मपुर-जलालपुर रोड की ओर गया। देखा कि आम के बागीचे में दुपट्टे के फंदे के सहारे भाई की लाश लटक रही है।

सूचना पर सहयोगियों के साथ बिलारी थाना प्रभारी और फोरेंसिक टीम पहुंची। पुलिस ने मौके की जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। थाना प्रभारी ने बताया कि सतेंद्र के गले में दुपट्टे का फंदा लगा था और वह उसी की बहन का था। भाई की लाश देख मां और दोनों बहनें प्रभा और सुदर्शना दहाड़े मारकर रो रही थीं। परिवार में तीनों भाइयों की अभी शादी नही हुई है। सिर्फ दोनों बहनें विवाहित हैं। हां यह पता चला कि वह शराब पीता था और इसके लिए परिवार के लोग उसे डांटते थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पिता कमल सिंह, मां ओमवती, छोटे भाई पप्पू और मुलायम का हाल बेहाल था। परिजनों ने बताया कि सत्येंद्र का रिश्ता तय हो रहा था। छह माह बाद शादी की तैयारी थी।


