
उत्तर प्रदेश में टैक्सी, ऑटो और ई-रिक्शा चालकों के लिए नई गाइडलाइन: सीट के पीछे लगानी होगी आईडी
राज्य महिला आयोग अध्यक्ष बबीता चौहान ने वाराणसी में की घोषणा, चाइल्ड लॉक की सुविधा भी हटाई जाये




वाराणसी, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक परिवहन जिसमें टैक्सी सर्विस से लेकर ऑटो और ई रिक्शा चालकों को अपनी सीट के पीछे अपना नाम, मोबाइल नम्बर, पता और आईडी प्रूफ लगाना होगा। इसके अलावा टैक्सी (कार) में चाइल्ड लॉक की सुविधा भी हटाई जाये, जिससे कार अंदर से लॉक नहीं हो सके। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के इस आदेश की जानकारी अध्यक्ष बबीता सिंह चौहान ने शुक्रवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता के दौरान दी।

बनारस की घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
बबीता सिंह चौहान ने बातचीत के दौरान कहा कि बनारस में ऑटो चालक और उसके साथी ने एक किशोरी संग जो बत्तमीजी की है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसी घटनाओं में महिला आयोग निष्पक्ष कार्रवाई करवाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए अभिभावकों को भी जागरूक होने की जरूरत है। बच्चियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाने चाहिए। इसके लिए आयोग अब जगह-जगह जागरूकता कार्यक्रम चलाने की योजना बना रहा है।


जनता को भी करना होगा सहयोग
बबीता सिंह चौहान से जब भिक्षावृत्ति से जुड़े सवाल किए गए तो उन्होंने साफ कहा कि हर बात में प्रशासन को कोसना या दोष देना भी ठीक नहीं है। मंदिर या सार्वजनिक स्थानों पर वह लोग भी भिक्षावृत्ति में संलिप्त है जो काम-धाम कर सकते है। जनता उन्हें भी पैसे दे आती है, ऐसे में जब उन्हें बिना काम के पैसे मिल जाते है तो फिर मेहनत करें ही क्यों और वह लोग उसी पैसे से नशा या गलत कार्य करते है। ऐसे में यदि उनकी मदद ही करनी है तो उन्हें कही ठेला या सरकारी योजनाओं से उन्हें कमाने के लिए प्रेरित करें। बाकी, जो कार्य करने में असहाय है उन्हें सरकारी तंत्र मदद मुहैया करवा रहा है।


