मां-बेटी की हत्या कर किया भरोसे का कत्ल, लूट के रूपयों से प्रेमिका के लिए खरीदा था डेढ़ लाख का मोबाइल
गोरखपुर में मां-बेटी की हत्या में रिटायर्ड रेलकर्मी का बेटा गिरफ्तार

प्रेमिका के पिता को दिये थे दो लाख रूपये, 18 ग्राम गला हुआ सोना, गहने और 50 हजार रुपये बरामद
गोरखपुर। गोरखपुर में मां और बेटी विमला हत्याकांड का शनिवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। पड़ोसी युवक ने प्रेमिका को इम्प्रेस करने के लिए दोनों की हत्या की थी। पुलिस ने बताया कि प्रेमिका के पिता के कर्ज की अदायगी और लूट का विरोध करने पर उसने हत्या की। पुलिस ने रजत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने हत्यारोपित के के पास से 18 ग्राम गला हुआ सोना, गहने और 50 हजार रुपये बरामद किये हैं। रंजीत विमला को बुआ सम्बोधित करता था और अक्सर घर आता जाता रहा। मां-बेटी का उस पर विश्वास था। उसे पता हो गया था कि मां-बेटी के पास नकदी और गहने हैं। इस बीच प्रेमिका को प्रभावित करने के लिए उसने विश्वास का गला घोट दिया। उसने प्लानिंग तो यही की थी कि वह पकड़ा न जा सके लेकिन पुलिस की नजर से बच नही पाया।



गौरतलब है कि शाहपुर क्षेत्र के घोषीपुरवा स्थित मकान में 23 नवम्बर की रात शांति देवी (75) और उनकी बेटी विमला (55) की हथौड़े से मारकर हत्या की गई थी। हत्यारोपित रजत उर्फ रितेश रंजन (21) सेवानिवृत्त रेलवेकर्मी का बेटा और बीए अंतिम वर्ष का छात्र है। वह वर्ष 2019 से मोहल्ले की एक लड़की से प्रेम करता है। रजत अक्सर विमला के घर शराब पीने और मिलने-जुलने जाता था। घर में उसकी आवाजाही इतनी सामान्य थी कि किसी को उस पर शक नहीं हुआ। घटना वाली रात भी वह शराब पीने के बहाने घर पहुंचा और मौका पाकर अलमारी से कैश व गहने चोरी की कोशिश की, लेकिन विमला ने उसे पकड़ लिया। तब रजत ने कमरे में पड़े हथौड़े से विमला के सिर पर कई वार कर हत्या कर दी।

दूसरी तरफ सोफे पर लेटीं बुजुर्ग मां शांति देवी ने आवाज सुनी तो रजत को लगा कि वह भंडाफोड़ कर देंगी। उसने उसी हथौड़े से शांति देवी की भी हत्या कर दी। वारदात के बाद उसने लूटी गई रकम से प्रेमिका को 1.5 लाख रुपये का मोबाइल फोन दिया था। प्रेमिका के पिता को कर्ज चुकाने के लिए दो लाख रुपये दिए थे। रजत ने प्रेमिका के लिए सोने की अंगूठी बनवाकर रखी थी, जिसे गिफ्ट करने से पहले वह पकड़ा गया। पूछताछ में रजत ने पुलिस को बताया कि वह पढ़ाई छोड़कर प्रॉपर्टी डीलर का काम कर रहा था। पिछले कुछ समय से काम अच्छा नहीं चल रहा था। हत्या करने के बाद रजत साढ़े चार लाख रुपये व पांच लाख के गहने लेकर घटनास्थल से अपने घर चला गया। अगले दिन जब दोनों का शव मिला तो वह पुलिस के साथ मिलकर आरोपितों को पकड़ने की बात करता रहा। यहां तक कि मृतका के दाह संस्कार के दौरान भी वह मौजूद रहा और लोगों के सामने रोता-बिलखता रहा। जांच के दौरान वह पुलिस को गुमराह करने की कोशिश भी करता रहा।

डबल मर्डर की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने 900 सीसीटीवी फुटेज और 200 मोबाइल नंबरों की सीडीआर खंगाली। इस दौरान जब जांच रजत के फोन तक पहुंची तो उसके मोबाइल में विमला के सोने की ब्रेसलेट और नकदी की तस्वीरें मिलीं। इसे लूट के बाद कैश गिनते हुए आरोपी ने खुद अपने मोबाइल में कैद किया था। इसके बाद पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया और सारा सच उगल दिया। पुलिस ने उसके पास से 16.94 ग्राम की सोने की चेन, 18 ग्राम गला सोना, एक अंगूठी, मोबाइल, 50 हजार रुपये और घटना में प्रयुक्त हथौड़ा बरामद किया है। घर के अंदर 23 नवंबर की रात शांति देवी और उनकी बेटी विमला की हथौड़े से हत्या की गई थी। हथौड़ा कपड़े से लिपटा होने से पुलिस को उस पर उंगलियों के निशान नहीं मिले थे। शुरुआत में शक की सूई संपत्ति और ई-रिक्शा खड़ा करने के विवाद की तरफ थी। बाद में जब विमला की बड़ी बहन लखनऊ से पहुंचीं तो उन्होंने मां के ऑपरेशन के लिए घर में रखे रुपये और विमला के गहने गायब पाए। इसके बाद जांच की दिशा लूट की ओर घूम गई।

