UP : भतीजे आकाश से नाराज मायावती ने पार्टी से निकाला, जाने आखिर क्यों लिया इतना बड़ा फैसला




यूपी,भदैनी मिरर। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने लखनऊ में पार्टी के देश भर के पदाधिकारियों की बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए है. पार्टी की प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनन्द को पार्टी के सभी पदो से हटाकर अलग कर दिया है. वहीं, अपने भाई का कद पार्टी में बढ़ाते हुए आनन्द कुमार व रामजी गौतम को पूरे देश के लिए पार्टी का नेशनल कोओर्डिनेटर (National Coordinator) बना दिया है. मायावती ने कहा है कि आनद कुमार का प्रमुख कार्य यह होगा कि वह दिल्ली में ही ज्यादातर रहकर पार्टी का पूरा पेपर-वर्क व अन्य जरूरी कार्यों को देखने के साथ-साथ पार्टी के लोगों से पूरे देश में अपना सम्पर्क भी बनाकर रखेंगे और उनसे दिल्ली में मिलने के लिए अपना पूरा समय भी देंगे.
वहीं, इनके साथ-साथ पार्टी के दूसरे नेशनल कोओर्डिनेटर रामजी गौतम यह पूरे देश में हर स्टेट में जाकर पार्टी की प्रगृति रिपोर्ट लेंगे और साथ ही पार्टी के जनाधार को भी बढ़ाने के लिए पार्टी द्वारा समय-समय पर दिये गये जरूरी दिशा-निर्देशों को लागू करवायेंगे तथा जहाँ जहाँ चुनाव नजदीक होंगे, तो वहाँ यह अपना ज्यादा समय देंगे. अर्थात् इनका ज्यादातर कार्य फील्ड का ही होगा.

अपने भतीजे से क्यों नाराज हुई मायावती
बैठक में अचानक से भतीजे आकाश आनंद को सभी पदों से हटाते हुए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने पर सबके मन में सवाल होगा कि आखिर ऐसा क्यों हुआ. दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद मायावती ने आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ को बाहर का रास्ता दिखाया था.मायावती ने साफ़ किया है कि जो व्यक्ति पार्टी व मूवमेन्ट के हित में कार्य नहीं करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. मायावती ने बताया की बीएसपी के जन्मदाता एवं संस्थापक मान्यवर कांशीराम जी अपने रिश्ते-नातों आदि को पार्टी में कार्य करने के लिए कभी भी मना नहीं किया था, लेकिन इस मामले में उनका यह भी कहना था कि वे भी अर्थात् मेरे रिश्ते नाते भी पार्टी में अन्य लोगों की तरह ही कार्य कर सकते हैं किन्तु यदि इसकी आड़ में जिस दिन वे मेरे नाम का दुरुपयोग करके पार्टी व मूवमेन्ट को नुकसान पहुंचायेंगे तो उसी दिन मैं उनको पार्टी से तुरन्त ही निकाल कर बाहर कर दूंगा. उनके पदचिन्हों पर चलकर ही मैंने भी उनकी एक ईमानदार व निष्ठावान शिष्या एवं उत्तराधिकारी होने के नाते अशोक सिद्धार्थ को जो आकाश आनन्द के ससुर भी है, उसे अब पार्टी व मूवमेन्ट के हित में पार्टी से निकाल कर बाहर किया है, जिसने उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में पार्टी को दो गुटों में बाँटकर इसे कमजोर करने का यह अति-घिनौना कार्य किया है जो कतई भी बर्दास्त करने लायक नहीं है, और यह सब उनकी लड़के की शादी में भी देखने के लिए मिला है.
मायावती ने आगे कहा कि जहाँ तक इस मामले में आकाश आनन्द का सवाल है तो आपको यह मालूम है कि अशोक सिद्धार्थ की लड़की के साथ इनकी शादी हुई है और अब अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निकालने के बाद उस लड़की पर अपने पिता का कितना प्रभाव पड़ता है तथा आकाश पर भी उसकी लड़की का कितना प्रभाव पड़ता है तो यह सब भी अब हमें काफी गम्भीरता से देखना होगा जो अभी तक कतई भी पॉज़िटिव नहीं लग रहा है. ऐसे में पार्टी व मूवमेन्ट के हित में आकाश आनन्द को पार्टी की सभी जिम्मेवारियों से अलग कर दिया गया है, जिसके लिए पार्टी नहीं बल्कि पूर्ण रूप से इसका ससुर अशोक सिद्धार्थ ही जिम्मेवार है तथा जिसने पार्टी को नुकसान पहुँचाने के साथ-साथ आकाश आनन्द के पोलिटिकल कैरियर को भी खराब कर दिया है.



