
कांवड़ यात्रा को लेकर मौलाना शहाबुद्दीन की अपील: मुस्लिम समाज यूपी सरकार की गाइडलाइन का करें पालन
मोहर्रम के शांतिपूर्ण आयोजन की तर्ज पर कांवड़ यात्रा में भी सौहार्द और भाईचारे का माहौल बनाए रखने की अपील, जोगीनवादा विवाद को ऐतिहासिक नजीर बताया




यूपी,भदैनी मिरर। मोहर्रम के बाद अब सावन मास में निकलने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर सामाजिक सौहार्द का नया संदेश देखने को मिल रहा है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रिज़वी ने मुस्लिम समुदाय से उत्तर प्रदेश सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए भाईचारे का संदेश देने की अपील की है।


मौलाना ने कहा, "हमारी यह जिम्मेदारी बनती है कि जैसे मोहर्रम शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ, उसी तरह कांवड़ यात्रा भी पूरी शांति और भाईचारे के माहौल में पूरी हो। मुस्लिम समाज के लोग एक जिम्मेदार नागरिक की तरह पेश आएं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।"


मौलाना शहाबुद्दीन ने बरेली के जोगीनवादा इलाके का ज़िक्र करते हुए बताया कि 32 वर्षों से वहां चल रहा विवाद इस बार प्रशासन और पुलिस की सक्रिय पहल से समाप्त हुआ। उन्होंने कहा कि, "हमने देखा कि जब मोहर्रम का जुलूस विवादित मार्ग से निकला, तो वहां के दूसरे समुदाय के लोगों ने न केवल स्वागत किया, बल्कि पुष्पवर्षा कर जुलूस का अभिनंदन किया। यह एक ऐतिहासिक क्षण था।"

अब बारी मुस्लिम समाज की: मौलाना का संदेश
मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि अब मुस्लिम समाज की जिम्मेदारी है कि कांवड़ यात्रियों का खुले दिल से स्वागत करें। "जिन रास्तों से कांवड़ यात्राएं निकलें, वहां पानी पिलाएं, फूल बरसाएं और आपसी प्रेम को और मज़बूत करें।" उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि कांवड़ यात्रा में श्रद्धालुओं को लंबी दूरी तय करनी होती है, इसलिए प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रहनी चाहिए। साथ ही, आमजन को भी किसी भी अफवाह से बचते हुए, शांति और सहयोग बनाए रखना चाहिए।
मौलाना की अपील
- प्रशासन की गाइडलाइंस का पूर्ण पालन करें
- दूसरे धर्म के लोगों के धार्मिक आयोजनों का सम्मान करें
- कांवड़ यात्रा के दौरान सहयोग और स्वागत करें
- जोगीनवादा जैसी मिसाल को दोहराएं


