
आठ साल के बालक से अप्राकृतिक दुष्कर्म के आरोपित को फांसी की सजा
20 महीने की सुनवाई में अदालत ने सुनाय फैसला



गाजीपुर जिले के गहमर थाना में हुई थी घटना
गाजीपुर। गाजीपुर की एक विशेष पॉक्सो अदालत ने नाबालिग बालक से अप्राकृतिक दुष्कर्म और हत्या के मामले के आरिपत संजय नट को फांसी की सजा सुनाई है। 20 महीने की सुनवाई के दौरान न्यायालय ने यह फैसला दिया है।
आपको बता दें कि यह घटना गहमर थाना क्षेत्र में 20 माह पूर्व हुई थी। आरोपी संजय नट ने 8 वर्षीय एक बालक के साथ अप्राकृतिक कुकर्म किया और फिर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी ने शव को एक बोरे में भरकर अपने घर के बक्से में छिपा दिया था। विशेष पॉक्सो कोर्ट ने इस कृत्य को ’मानवता को शर्मसार करने वाला अपराध’ बताया।


अदालत ने आरोपी को कुकर्म और हत्या, दोनों गंभीर आरोपों में मृत्युदंड की सजा सुनाई। सरकारी अधिवक्ता प्रभु नारायण सिंह ने बताया कि सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने 8 गवाहों को अदालत में पेश किया। सभी गवाहों ने घटना के कथानक का समर्थन किया। इस आधार पर न्यायालय ने आरोपित को दोषी ठहररते हुए फांसी की सजा सुनाई।


