

केशव प्रसाद मौर्य ने सपा का मतलब बताया 'लठैतवाद' तो अखिलेश यादव ने भी दिया करारा जवाब, दोनों नेताओं के बीच छिड़ी जुबानी जंग




लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति में ट्विटर पर जुबानी जंग छिड़ गई। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के बीच तीखा वार देखने को मिला, जिसने सोशल मीडिया पर सियासी पारा बढ़ा दिया।
केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया“सपा मतलब 'लठैतवाद', कांग्रेस मतलब 'छद्मवाद' और भाजपा मतलब 'प्रखर राष्ट्रवाद'।”
उनके इस बयान का पलटवार खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा“जिनको आप कह रहे हैं 'प्रखर', उन्हीं की वजह से आप 'बिखर' रहे हैं; कितनी भी कोशिश कर लें, आपको नहीं मिलेगा 'शिखर'।”

अखिलेश ने आगे नसीहत भी दी, उन्होंने कहा “करें कुछ अच्छा काम, न दें खोखले से बयान; ख़ुद का और अपने समाज का कराएं सम्मान!”
एक तो प्रधान बनाम मुख्य की प्रतिस्पर्धा है, दूसरी मुख्य बनाम उप की और तीसरी उप बनाम उप की। ये सब एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में भड़काऊ बयान दे रहे हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 24, 2025
जिनको आप कह रहे हैं ‘प्रखर’, उन्हीं की वजह से आप रहे हैं ’बिखर’; कितनी भी कोशिश कर लें आपको नहीं मिलेगा ‘शिखर’।
सलाह:…
एक तो प्रधान बनाम मुख्य की प्रतिस्पर्धा है, दूसरी मुख्य बनाम उप की और तीसरी उप बनाम उप की। ये सब एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में भड़काऊ बयान दे रहे हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 24, 2025
जिनको आप कह रहे हैं ‘प्रखर’, उन्हीं की वजह से आप रहे हैं ’बिखर’; कितनी भी कोशिश कर लें आपको नहीं मिलेगा ‘शिखर’।
सलाह:…


यह ट्वीट्स देखते ही देखते वायरल हो गए और ट्विटर पर राजनीतिक समर्थकों और आलोचकों के बीच तीखी बहस छिड़ गई। हैशटैग #प्रखर_बनाम_बिखर और #UPPolitics सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे।
वहीं राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह जुबानी हमला केवल सोशल मीडिया की तकरार नहीं, बल्कि 2025 में संभावित विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल का डिजिटल ट्रेलर है।


