
Kanpur Double Murder : लूट के बाद किन्नर और भाई की बेरहमी से हत्या, बेड के नीचे मिला शव




कानपुर। हनुमंत विहार थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक वारदात सामने आई है। 25 वर्षीय किन्नर काजल और उसके गोद लिए 12 वर्षीय भाई देव की बेरहमी से हत्या कर दी गई। वारदात के बाद आरोपी कमरे का ताला लगाकर फरार हो गए। शनिवार देर रात पुलिस ने ताला तोड़कर दरवाजा खोला तो अंदर का नजारा देख सभी हैरान रह गए। काजल का शव बेड के भीतर और देव का शव बेड के किनारे पड़ा था। अनुमान है कि दोनों की हत्या करीब चार-पांच दिन पहले की गई है।


एक महीने पहले किराये के मकान में रहने आए थे
मैनपुरी के किशनी क्षेत्र की रहने वाली किन्नर काजल और उसका गोद लिया भाई देव, योगेंद्र विहार कॉलोनी में पूर्व सैनिक अभिमन्यु सिंह के मकान में किराए पर रहते थे। उनके बगल के कमरे में किन्नर देविका रहती है। चार दिन से काजल अपनी मां गुड्डी के फोन नहीं उठा रही थी, जिससे चिंतित होकर वह शनिवार शाम करीब 7 बजे बेटी के घर पहुंचीं।


दरवाजा खुलते ही फैली दुर्गंध
घर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि दरवाजे पर ताला लगा है। इस बीच, उन्होंने बेटे देव के मोबाइल पर कॉल की तो घंटी अंदर से सुनाई दी। शक होने पर मकान के केयरटेकर पप्पू को बुलाया गया और पुलिस को सूचना दी गई। हनुमंत विहार थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और ताला तोड़ते ही तेज दुर्गंध फैल गई। अंदर जाकर देखा तो देव का शव बेड के पास और काजल का शव बेड के भीतर छिपा हुआ था।

लूट के बाद हत्या की आशंका
पुलिस को मौके पर कमरे का सामान अस्त-व्यस्त और अलमारियां खुली मिलीं। कुछ सामान गायब है, जिसमें काजल का मोबाइल भी शामिल है। शुरुआती जांच में पुलिस को शक है कि यह वारदात काजल के किसी करीबी ने अंजाम दी है। डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि लूट के बाद दोनों की हत्या कर शव कमरे में बंद कर दिए गए। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है।
सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक कर रही है। घर के बाहर एक पड़ोसी के मकान में कैमरा लगा हुआ है, जिसकी रिकॉर्डिंग भी देखी जा रही है।
ऑर्केस्ट्रा में करते थे डांस
जानकारी के मुताबिक, काजल और उसका भाई ऑर्केस्ट्रा पार्टी के साथ शादी और अन्य आयोजनों में डांस करके गुजर-बसर करते थे। पास के कमरे में रहने वाली देविका ने दो युवकों पर शक जताया है, जिनका अक्सर काजल के कमरे में आना-जाना रहता था।

