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पत्रकार राघवेंद्र हत्याकांड के दो शूटर ढेर, घोषित था 1-1 लाख का इनाम, देखें दोनों की क्राइम हिस्ट्री 

शूटर संजय तिवारी और राजू तिवारी की पिसावां में एसटीएफ संग मुठभेड़, पत्नी बोली न्याय अधूरा है

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Journalist Raghvendra murder case
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सीतापुर। सीतापुर के बहुचर्चित पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। गुरुवार सुबह पिसावां इलाके में STF और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने दो वांछित इनामी शूटरों को मुठभेड़ में मार गिराया। मृतकों की पहचान संजय तिवारी उर्फ अकील खान और राजू तिवारी उर्फ रिज़वान के रूप में हुई है। दोनों के ऊपर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।

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Police Encounter

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मुठभेड़ का पूरा घटनाक्रम
एसपी अंकुर अग्रवाल के अनुसार, पुलिस व एसटीएफ की संयुक्त टीम पिसावां-महोली मार्ग पर कॉम्बिंग ऑपरेशन कर रही थी। इसी दौरान बाइक से आ रहे दो संदिग्धों को रोका गया, लेकिन उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में दोनों शूटरों को गोली लगी, जिन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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Police Encounter
दोनों अपराधियों पर दर्ज थे गंभीर मामले
पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों शूटर मिश्रित के अटवा गांव के निवासी थे और उनके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास सहित कई संगीन धाराओं में केस दर्ज थे। पुलिस के अनुसार, ये दोनों पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की हत्या में सीधे शामिल थे और तभी से फरार चल रहे थे।
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Raju
Murderer Raju
Sanjay Tiwari
Sanjay Tiwari
पत्रकार की पत्नी ने कहा- "सिर्फ एनकाउंटर नहीं, न्याय चाहिए"
हालांकि, इस कार्रवाई पर पत्रकार **राघवेंद्र की पत्नी** ने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि- “सिर्फ एनकाउंटर से न्याय नहीं मिलता, हमें पूरी साजिश का खुलासा चाहिए। अब तक मुख्य साजिशकर्ताओं पर कठोर कार्रवाई नहीं हुई है।”
क्या है पूरा हत्याकांड?
बता दें कि 8 मार्च 2025 को दोपहर करीब 3 बजे, महोली के हेमपुर ओवरब्रिज पर राघवेंद्र को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में पहले पुजारी कारेदेव बाबा और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन दो शूटर फरार थे, जिनकी तलाश में एसटीएफ की सात और क्राइम ब्रांच की तीन टीमें लगाई गई थीं।
 हत्याकांड में कुल 5 लोग थे शामिल
जांच में खुलासा हुआ था कि हत्या की पूरी साजिश पांच लोगों ने मिलकर रची थी। पुजारी समेत तीन को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था, जबकि इन दोनों शूटरों को अब पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। पुलिस अब साजिश के पीछे की वजह और मास्टरमाइंड की भूमिका की भी जांच कर रही है।
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