मासूम बेटों को ईंट से कूंचने के बाद सराफा कारोबारी ने जहर खाया, फिर लगा ली फांसी
गंभीर रूप से घायल दो बेटों में से एक की हुई मौत, जिंदगी और मौत से जूझ रहा दूसरा बेटा
कमरे से मिला सुसाइड नोट-लिखा कि बच्चे किसके सहारे छोड़ू, इसलिए साथ ले जा रहा हूं
कानपुर। कानपुर के अरौल थाना क्षेत्र में सर्राफा कारोबारी अजय कटियार (45) ने अपने दो बेटों को ईंट से कूंच दिया और उन्हें मरा समझकर जहर खाकर कमरे में फंदे पर लटक कर जान दे दी। इस दौरान कारोबारी के सात साल के बेटे की मौत हो गई, जबकि दूसरे 12 वर्षीय बेटे रूद्र का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। उसकी हालत गंभीर है। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कोरोबारी के करे से सुसाइड नोट बरामद किया है। पुलिस को कारोबारी के कमरे से सुसाइड नोट भी मिला है। अजय कटियार अपने पिता को सम्बोधित पत्र लिखा है कि- पिताजी, बच्चे उतने ही पैदा करने चाहिए, जितने का सही से पालन-पोषण कर सकें। इन्हें किसके सहारे छोड़ूं, इसलिए बच्चों को भी साथ ले जा रहा हूं।




अरौल के हाशिमपुर गांव निवासी रामशंकर कटियार के बेटे अजय कटियार (45) सर्राफा कारोबारी थे। अरौल कस्बे में वह अपने 2 बच्चों 7 वर्षीय शुभ और 12 वर्षीय बेटे रुद्र के साथ रहते थे। शुक्रवार सुबह उनके पिता रामशंकर कटियार दुकान न खुलने पर बेटे के घर पहुंचे। बाहर से आवाज दी। मगर कोई जवाब नहीं मिला। अनहोनी की आशंका पर उन्होंने पड़ोसियों को बुलाया। फिर अपने बड़े बेटे चंद्रप्रकाश को सूचना दी। उन्होंने आकर किसी तरह दरवाजा तोड़ा। अंदर का नजारा देखा तो सभी दंग रह गए। घर के अंदर अजय के दोनों बेटे खून से लथपथ फर्श पर पड़े थे। वहीं बगल में अजय का शव जमीन पर पड़ा था। उनके गले में साड़ी का फंदा लगा था। सूचना पर पुलिस पहुंची और पिता, पुत्रों को सीएचसी बिल्हौर भेजा, जहां एक बेटे और पिता को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

