
जौनपुर : जालसाजों के अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना अजय सिंह समेत दो शातिर ठग गिरफ्तार
शातिर ठग अजय और अरविंद सिंह को हिरासत में लेकर हो रह पूछताछ



इजरी गांव का रहनेवाला है अजय सिंह, एक्सयूवी कार, नकली सोना व नोट की गड्डी बरामद
वाराणसी, भदैनी मिरर। नकली सोना, नोट देकर लोगों को ठगनेवाले अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना अजय सिंह उर्फ पिन्टू समेत दो शातिर ठगों को जौनपुर जिले के जलालपुर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अजय सिंह इजरी गांव का निवासी है। जबकि दूसरा जालसाज अरविन्द सिंह चंदवक थाना क्षेत्र के पटईल रतनूपुर का निवासी है। इनके पास से एक एक्सयूवी कार, नकली नोट की गड्डी, आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी, मोबाइल फोन, नकली सोने की तीन चूड़ी, दो कंगन,चार बिस्कुट, एक कलर प्रिन्टर, जाली नोट 27 हजार 6 सौ रूपया आदि बरामद हुए हैं। पुलिस ने इस गिरफ्तारी के साथ ही इनके अपराधिक इतिहास के इतने पन्ने ऐसे खोले हैं कि या तो यह जालसाजी का धंधा भूल जाएंगे नही तो मुकदमों की तारीख के चक्कर में फंसकर अपनी जिंदगी की आखिरी सांसें गिनते रह जाएंगे।



जौनपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ के निर्देश पर पुलिस टीम का गठन किया गया है। पुलिस अधीक्षक का आदेश है कि भोली-भाली जनता के साथ ठगी, जालसाजी करने वालों के साथ किसी तरह की रियायत न बरती जाय। इसके तहत जलालपुर थाना प्रभारी गजानंद चौबे के नेतृत्व में क्राइम टीम के एसआई मोहम्मद शाहनवाज सिद्दीकी, स्वाट टीम के एसआई प्रशांत सिंह, हेड कांस्टेबल हरिशंकर कुमार प्रजापति, चंदन सिंह, वीर बहादुर यादव, अमित राय, अखिलेश चौधरी, कांस्टेबल आलोक सिंह, धर्मेन्द्र कुमार, श्याम प्रकाश, श्यामप्रकाश वर्मा और अजय कुमार की टीम काम कर रही है।

पुलिस टीम ने सर्विलांस और मुखबिर के जरिए जरायम जगत से जुड़े कई अपराधियों और जालसाजों को अपने टारगेट पर ले लिया है। इसी दौरान थाना प्रभारी गजानंद चौबे को स्वाट टीम की ओर से मोबाइल फोन पर सूचना मिली कि शातिर जालसाज अजय सिंह गिरोह के लोगों के साथ बिना नम्बर की एक्सयूवी कार से सिरकोनी की ओर से हाईवे होते हुए वाराणसी के तरफ जा रहा है। इसके बाद पुलिस टीम ने सिरकोनी में कार को रोकने का प्रयास किया। पुलिस देख कार सवार मड़ियाहूं की ओर भागने लगे और पुलिस ने उनकी कार का पीछा कर लिया। इसी दौरान जालसाजों की कार प्रधानपुर चौराहे से कुसिंया ग्राम के तरफ मुड़ी एवं आगे जाकर नहर पटरी रोड से वाराणसी लखनऊ हाईवे के तरफ जाने लगी। तभी थाना प्रभारी निरीक्षक ने स्वाट टीम को मोबाइल फोन से सूचित किया कि आपलोग काकोरी नहर पटरी से कुसिंया गांव की तरफ तत्काल पहुंचकर घेराबन्दी करें। स्वाट टीम ने बताये हुए स्थान पर घेराबंदी कर ली। तब तक पीछे से थाना प्रभारी की टीम ने घेराबंदी कर ली। इसके बाद कार में बैठे जालसाजों अजय सिंह और अरविंद को पकड़ लिया गया। अजय सिंह ड्राईवर सीट पर बैठा था।

अजय की तलाशी में उसके पास से पांच- पांच सौ के नकली नोटों की गड्डी मिली। पूछताछ में अजय सिंह ने बताया कि वह गैंग लीडर है। हमारे गैंग में केराकत थाना क्षेत्र के निहालपुर के इन्द्रजीत उर्फ अन्नू सरोज, इजरी गांव के शुभम सिंह उर्फ गोलू काम करते हैं। वह गिरोह के लोगों को आर्थिक स्थिति के अनुसार ठगने का काम करते हैं। किसी को प्रापर्टी या वाहन और नौकरी दिलाने को झांसा देकर जाल में फसाते हैं। इसके साथ ही असली की तरह दिखनेवाला जाली नोट देकर अच्छा मुनाफा कमाने का प्रलोभन देकर उसे शिकार बनाते हैं। इसके अनावा राह चलते किसी व्यक्ति को नकली सोने की बिस्किट व गहने देकर अपने जाल में फंसा लेते हैं। फिर जालसाजी के शिकार लोगों से धन मिलते ही अपना लोकेशन बदल लेते हैं।
उनके शिकार जब ज्यादा दबाव बनाने लगते हैं तो कुछ पैसे देकर उन्हें भ्रमजाल में फसाये रखते हैं। पुलिस की तलाशी में कार से नकली सोने का बिस्किट व नकली सोने की चूड़ी, कंगन व कुछ जाली नोट व दो सौ की चूरन वाली नोट व कलर प्रिन्टर आदि समान बरामद हुए। इनकी जेब से मिले नोट भी जाली थे। इन जालसाजों ने बताया कि वह नकली नोट कलर प्रिन्टर से बनाते हैं। लोगों को दोगुना असली की तरह दिखनेवाला नोट देकर ठगी का कारोबार करते हैं। थाना प्रभारी गजानंद चौबे ने बताया कि गिरोह के सरगना अजय सिंह और उसके साथियां ने जालसाजी के कारोबार से अच्छा खासा धन कमाया है। अजय ने बेटे के नाम से कार खरीदा और जानकीपुरम लखनऊ आवास बना लिया है। पुलिस ने दोनों आरोपितों को धारा 318(2), 318(4), 179, 180, 181 बीएनएस के तहत जेल भेज दिया। पुलिस ने बताया कि अजय सिंह शातिर अपराधी है और इस गिरोह ने वाराणसी और जौनपुर में कई घटनाओं को अंजाम दिया है। अजय के खिलाफ वाराणसी और जौनपुर के थानों जलालपुर, लाइन बाजार, कोतवाली जौनपुर, वाराणसी के बड़ागांव, लंका थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं। गिरोह के अन्य लोगों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।

