Movie prime
Ad

हाथरस भगदड़: एसडीएम ने DM को सौंपी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट, कई चौंकाने वाले हुए खुलासे

Ad

 
हाथरस भगदड़: एसडीएम ने DM को सौंपी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट, कई चौंकाने वाले हुए खुलासे
WhatsApp Group Join Now
Ad

Ad

लखनऊ, भदैनी मिरर। हाथरस में कथित बाबा नारायण साकार हरि के सत्संग पंडाल में मची भगदड़ की प्रारंभिक जांच उपजिलाधिकारी सिकन्दराराऊ ने अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी हाथरस को सौंप दी है. रिपोर्ट में कई चौकाने वाले खुलासे हुए है. रिपोर्ट में कहा गया है कि श्रद्धालुओं से बाबा के निजी सुरक्षाकर्मियों और सेवादारों ने ही धक्का-मुक्की शुरु की थी. यह धक्का-मुक्की तब शुरु हुई जब कथित बाबा पंडाल से निकलने लगा.

Ad

2 लाख की जुटी थी भीड़

उपजिलाधिकारी सिकन्दराराऊ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सत्संग के पाडाल में लगभग 2 लाख से अधिक की भीड़ उपस्थित थी. कथित बाबा नारायण साकार हरि (भोले बाबा) लगभग दोपहर 12.30 बजे सत्संग पांडाल में पहुंचे और 1 घण्टा कार्यक्रम चलने के उपरान्त लगभग 01.40 बजे श्री नारायण साकार हरि (भोले बाबा) पांडाल से निकलकर राष्ट्रीय राजमार्ग-91 पर एटा की ओर जाने के लिए आये तो जिस रास्ते से कथित भोले बाबा निकल रहे थे उस रास्ते की ओर सत्संगी महिला/पुरुष/बच्चे आदि उनके दर्शन व चरण स्पर्श एवं आर्शीवाद स्वरूप उनकी चरण रज लेकर अपने माथे पर लगाने लगे. जीटी रोड़ के किनारे एवं बीच में बने डिवाइडर पर काफी अधिक संख्या में दर्शन के लिए पहले से लोग खड़े थे, जो डिवाइडर से कूद-कूद कर बाबा के दर्शनार्थ हेतु उनके वाहन की ओर दौड़ने लगे.

Ad
Ad

निजी सुरक्षाकर्मियों ने की धक्का-मुक्की

इस दौरान बाबा के साथ उनके निजी सुरक्षाकर्मी (ब्लैक कमाडो) एवं सेवादारों ने बाबा के पास भीड़ न पहुँचने की स्थिति में भीड़ के साथ स्वयं ही धक्का-मुक्की करना शुरू कर दिया. जिससे कुछ लोग नीचे गिर गये तब भी भीड़ नहीं मानी और अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. जिसके कारण भीड़ राहत की सांस लेने के लिए कार्यक्रम स्थल के सामने खुले खेत की तरफ सड़क के दूसरी ओर भागी, जहां सड़क से खेत की ओर उतरने के दौरान ढालनुमा जगह होने के कारण अधिकाशः लोग फिसल कर गिर गए. इसके बाद पुनः उठ नहीं सके और भीड़ उनके ऊपर से होकर इधर-उधर भागने लगी. जिसमें कई महिलाएं व पुरूष व बच्चे हताहत/गम्भीर रूप से घायल हो गये. बताया कि राजस्व एवं पुलिस सुरक्षाकर्मियों द्वारा हताहत कर्मियों को एम्बुलेंस एवं मौके पर उपस्थित आदि साधनों से घटनास्थल के आस-पास स्थित अस्पतालों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिकन्दराराऊ में भिजवाया गया. जहाँ 89 श्रद्धालुओं को चिकित्सक द्वारा मृत घोषित कर दिया गया एवं कुछ श्रद्धालुओं को जनपद एटा में उपचार हेतु भेजा गया, जहाँ चिकित्सक द्वारा 27 श्रद्धालुओं को मृत घोषित किया गया. इस प्रकार मृतकों की कुल संख्या-116 ( बच्चे/महिला/पुरुष) की हो गयी तथा कुल 23 व्यक्ति घायल है, जिनमें से 11 का उपचार बांगला हॉस्पीटल हाथरस व 6 का पंडित दीन दयाल उपाध्याय सं० चिकित्सालय अलीगढ़ एवं 6 जेएनएमसी अलीगढ़ में उपचार चल रहा है.

Ad
Ad

Ad