
गाजीपुर : सॉफ्टवेयर इंजीनियर आनंदू अजी की आत्महत्या मामले में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
आरएसएस कार्यालय प्रदर्शन को जा रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने लिया हिरासत में



एफआईआर में आरएसस कार्यकर्ताओं का नाम होने पर उठाये गंभीर सवाल
बचपन में बार-बार यौन शोषण के कारण गंभीर मानसिक तनाव से जूझ रहा था आनंदू
गाजीपुर, भदैनी मिरर। केरल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर आनंदू अजी की आत्महत्या और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्यों पर लगे यौन शोषण के आरोपों को लेकर गुरूवार को गाजीपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। बाद में उन्हें निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। इन प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने तब हिरासत में लिया जब वह आरएसएस के कार्यालय पर प्रदर्शन करने जा रहे थे।
आनंदू की मौत के विरोध के कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ और भारतीय युवा कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने आनंदू के लिए न्याय और आरोपित आरएसएस के सदस्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। यूथ कांग्रेस के सदस्यों ने आरएसएस पर गंभीर आरोप लगाते हुए आनंदू के सुसाइड नोट का हवाला दिया। एफआईआर में आरएसएस का नाम शामिल न होने पर सवाल उठाए हैं। जबकि कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग के नेताओं ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सौंपा। विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन देनेवालों में युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार, दीपक सिंह, राहुल कुशवाहा, कुंदन खरवार, अजय चन्द्र चौबे, संदीप विश्वकर्मा आदि रहे।



तिरुवनंतपुरम के थम्पनूर स्थित एक होटेल के कमरे में मिली थी आनंदू की लाश
गौरतलब है कि पिछले दिनों 26 साल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर आनंदू अजी की लाश तिरुवनंतपुरम के थम्पनूर स्थित एक होटेल के कमरे में मिली थी। पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान रही है। पुलिस का दावा है कि केरल निवासी आनंदू कथित तौर पर बचपन में बार-बार हुए यौन शोषण के कारण गंभीर मानसिक तनाव से जूझ रहा था। आनंदू ने सुसाइड नोट में आरोप लगाया है कि उसका शोषण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्यों ने किया। मरने से पहले आनंदू ने इंस्टाग्राम पर आखिरी पोस्ट में की और इस पोस्ट में उसने दुर्व्यवहार से उपजे वर्षों के अवसाद और आघात का जिक्र किया है।

आनंदू ने लिखा, ’मैं किसी लड़की, प्रेम संबंध, कर्ज़ या ऐसी किसी भी वजह से आत्महत्या नहीं कर रहा हूं। मैं अपनी चिंता और अवसाद के कारण ऐसा कर रहा हूं। साथ ही, अपनी दवाओं की वजह से, मैं अपने काम पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहा हूं।’ आनंदू, जो बचपन में आरएसएस से जुड़े थे, ने आरोप लगाया कि उनकी मानसिक बीमारियों के लिए यह संगठन ज़िम्मेदार है, जो बचपन में उनके साथ हुए बार-बार यौन और शारीरिक शोषण के कारण हुई थी। इस घटना के बाद देश की सियासत में भूचाल आ गया। हालांकि हमेशा की तरह गोदी मीडिया ने इस खबर को गंभीरता से सवाल नही किया। भाजपा और उनकी मातृ संस्था आरएसएस के लोगों से न कोई डिवेट किया और न तूल देने का प्रयास किया। जबकि कांग्रेस इस मामले में ज्यादा हमलावर है।


