शराबखोर पत्नी वीरांगना ने पति पर ही दिखा दी वीरता, कुल्हाड़ी से 26 वार कर सुला दिया मौत की नींद
कानपुर के बिठुर क्षेत्र में हुई सनसनीखेज वारदात, पति को दुर्घटना में घायल बताकर पुलिस को किया फोन
एक बार फिर हुआ पति-पत्नी का पवित्र रिश्ता कलंकित, पुलिस ने वीरांगना को किया गिरफ्तार
घटना से पहले बहनों के घर से शराब पीकर आई थी घर, फिर शुरू हुआ विवाद
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर से सनसनीखेज वारदात ने सबको झंकझोर के रख दिया। पति-पत्नी में विवाद तो होते हैं लेकिन इसका अंजाम इतना खतरनाक और भयावह भी हो सकता है, यह सोचकर लोगों का दिल दहल जा रहा है। यहां बिठूर थानाक्षेत्र के टिकरा गांव में गुरूवार की रात पत्नी वीरांगना ने पति रविशंकर सविता उर्फ पप्पू पर एक के बाद एक ताबड़तोड़ कुल्हाड़ी से कुल 26 वार कर जान ले ली। पप्पू की हत्या के बाद घर में फैला जगह-जगह खून और शव की हालत देख पुलिसवाले भी दंग रह गए। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके की जांच की और साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने मौके से खून से सना एक सिलबट्टा और टूटा हुआ बेलन बरामद किया है। कुल्हाड़ी नहीं मिली है। जिस समय यह नृशंस हत्या हुई उस समय उसी कमरे में मृतक का चार साल का बेटा जैन मौजूद था। दम्पती शराब के आदी थे। जबकि पत्नी वीरांगना ज्यादा ही शराब पीती थी। उसकी शराबखोरी से खुद उसके पिता परेशान रहते थे।



जानकारी के अनुसार बिठूर थानाक्षेत्र के टिकरा गांव में बुधवार रात 12 बजे शराब के नशे में पति-पत्नी में विवाद हो गया। हालांकि दम्पती में अक्सर विवाद होता रहता था। लेकिन कभी इतना खतनाक नही हुआ। इस बार बात ज्यादा बढ़ गई और शराब ने आग में घी का काम कर दिया। विवाद के दौरान दोनों में मारपीट होने लगी। सिल बट्टा और बेलन से वार किये गये। विवाद होता रहा। तभी पत्नी वीरांगना के हाथ कुल्हाड़ी लग गया। उसने पति रविशंकर सविता उर्फ पप्पू (45) पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ 26 वार किये। वह पति को तबतक मारती रही जबतक उसे पक्का भरोसा नही हो गया कि उसकी मौत हो चुकी है। हालांकि पुलिस के पहुंचने के कुछ देर बाद तक वह जिंदा था। इस घटना से घर में हड़कम्प मच गया। सूचना पर पुलिस पहुंची तो वीरांगना वहीं मौजूद थी। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। मृतक पप्पू के छोटे भाइयों संतोष और जीतू ने बताया कि रविशंकर घरों में टाइल्स, पत्थर लगाने का काम करता था। वर्ष 2019 में उसकी शादी बांदा के तिंदवारी निवासी वीरांगना से हुई थी। दोनों से चार साल का बेटा जैन (4) है।

पहले रविशंकर पत्नी के साथ मां बिटौला व पिता हरीशंकर के साथ रहता था। करीब पांच साल से घर से एक किमी दूर पत्नी और बच्चे के साथ अलग रहता था। पप्पू और वीरांगना दोनों शराब के आदी थे। यह शराब अक्सर दोनों में विवाद का कारण बनता था। बताते हैं कि वीरांगना रात आठ बजे पनकी की रहनेवाली अपनी बहनों के घर से शराब पीकर आई और पप्पू भी काम से घर लौटा। दोनों नशे में थे। देर रात दोनों में मारपीट होने लगी। अचानक पत्नी ने कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ सिर, चेहरे, हाथ, गर्दन पर कई वार कर पति की जान ले ली। छीनाझपटी में वीरांगना के सिर पर भी चोट लगी है। लहूलुहान रविशंकर जमीन पर पड़ा रहा। तक वीरांगना को थोड़ा होश आया कि उससे बहुत बड़ी गलती हो गई है। इसके बाद अपने को बचाने के लिए वीरांगना ने पुलिस को फोन कर पति के दुर्घटना में घायल होने की झूठी सूचना दे दी। आसपास के लोग भी पहुंचे तो देखा कि वीरांगना जमीन पर फैले खून को साफ कर रही थी।

पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाये। पुलिस गंभीर रूप से घायल रविशंकर को अस्पताल ले जाने लगी तो वीरांगना विरोध करने लगी। किसी तरह पुलिस रविशंकर को अस्पताल ले गई। इलाज के दौरान गुरूवार की सुबह उसकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रविशंकर के शरीर पर 26 वार मिले। बिठूर थानाप्रभारी प्रेमनारायण विश्वकर्मा ने बताया दोनां शराब पीकर अक्सर विवाद करते थे। इस बार पत्नी ने पति की हत्या कर दी। मृतक के छोटे भाई संतोष की तहरीर पर वीरांगना के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। बताते हैं कि पुलिस जब वीरांगना के घर पहुंची तो उसका चार साल का बेटा जैन कमरे में छिपकर बैठा था। वह काफी डरा-सहमा था। उसने मां के विकराल रूप और पिता की हत्या करते देख लिया था। पुलिस ने उसे अपनत्व दिया और उसके मन से डर दूर करने की कोशिश की तब थोड़ा सामान्य हुआ। आसपास के लोग बताते हैं कि वीरांगन जमकर शराब पीती थी।
