कफ सिरप कांड : UP CM के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद के साथ आरोपित विकास सिंह की फोटो वायरल, मची खलबली
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्र

आरोपितों के कई अधिकारियों और नेताओं से सम्बंध जानकारियां हो चुकी है वायरल
लखनऊ। नशीले कफ सिरप तस्करी कांड के मुख्य आरोपित विकास सिंह उर्फ विक्की की आईएएस अधिकारी संजय प्रसाद के साथ कथित निकटता वाली तस्वीरें सामने आने के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। इस मामले में पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इन तस्वीरों की तत्काल जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। गौरतलब है कि अबतक इस मामले में अमित सिंह टाटा, शुभम के पिता भोला जायसवाल, बर्खास्त सिपाही आलोक प्रताप सिंह की गिरफ्तारी हो चुकी है। लेकिन इस कांड में कई बड़े नाम आने के बाद मामले की जांच पर संदेह के बादल मंडराने लगे हैं।




आजमगढ़ के बरदह थानाक्षेत्र के नर्वे गांव का 30 वर्षीय विकास सिंह नर्वे कफ सिरप तस्करी सिंडिकेट की अहम कड़ी है। उसने कुछ ही सालों में बड़ी संपत्ति बनाई और वह लखनऊ के अजीत सिंह हत्याकांड से जुड़े कई सफेदपोश लोगों का करीबी है। विकास का नाम अमित सिंह टाटा की गिरफ्तारी के बाद सामने आया। अब यूपी एसटीएफ उसकी तलाश कर रही है। इन तस्वीरों में यूपी सीएम के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद के साथ खड़े व्यक्ति विकास सिंह विक्की की बताई गई है। उस पर कफ सिरप मामले के सरगना शुभम जायसवाल, अमित सिंह टाटा, बर्खास्त सिपाही आलोक प्रताप सिंह को दुबई ले जाने के आरोप है। अमिताभ ठाकुर ने पत्र में कहा है कि उन्हें कुछ तस्वीरें प्राप्त हुई हैं। इसमें वर्तमान मुख्यमंत्री कार्यालय एवं गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद के साथ अत्यंत निकटता के साथ खड़ा व्यक्ति कफ सिरप मामले का आरोपी विकास सिंह विक्की बताया जा रहा है। ठाकुर ने आरोप लगाया कि यही विकास सिंह विक्की शुभम जायसवाल, अमित सिंह टाटा और आलोक सिंह को दुबई ले जाने का आरोपी है। उसकी कई नौकरशाहों व पुलिस अधिकारियों से गहरी निकटता की बातें सामने आ रही हैं। अमिताभ ठाकुर ने इसे बेहद गंभीर मामला बताते हुए कहा कि एक आरोपित की इतनी ऊंचे पद पर तैनात आईएएस अधिकारी के साथ इस तरह की तस्वीरें राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से मामले की निष्पक्ष एवं त्वरित जांच कराने की मांग की है।


गौरतलब है कि संजय प्रसाद लंबे समय से उत्तर प्रदेश के सबसे शक्तिशाली नौकरशाहों में गिने जाते हैं। वर्तमान में वह मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव और गृह विभाग के प्रमुख सचिव दोनों महत्वपूर्ण पदों पर तैनात हैं। अमिताभ ठाकुर ने पत्र की प्रति साथ में कथित तस्वीरें भी भेजी हैं। गौरतलब है कि इस प्रकरण में अमिताभ ठाकुर बिहार के एक मंत्री, बर्खास्त सिपाही की सम्पत्ति की जांच की भी मांग उठा चुके हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री के करीबी रहे अम्बरीष सिंह भोला का नाम भी उन्होंने उछाला था। कांड में सरगना शुभम जायसवाल की सुभासपा नेता ओपी राजभर के साथ तस्वीर वायरल हुई थी। इसके साथ ही जौनपुर के बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह का भी कांड के आरोपितों के साथ फोटो वायरल हुआ था। अब इस प्रकरण में विकास सिंह का नाम आने के बाद प्रशासनिक एवं राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। आपको बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय इस मामले में न्यायिक जांच की मांग कर चुके हैं। उन्होंने आरोपितों के सत्ता से जुड़े लोगों के सम्बंधों को जानते हुए एसआईटी जांच पर अविश्वास जताया था।


