
आजमगढ़ में जीएसटी ‘बचतोत्सव‘ का गणित समझाने पहुंचे कैबिनेट मंत्री, मंच पर भिड़े भाजपाई
मारपीट के बाद मामला पहुंचा कोतवाली, वहां भी हुई हाथापाई और गाली-गलौज



मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़ा एक पक्ष, होता रहा हंगामा
वाराणसी, भदैनी मिरर। जीएसटी की घटी दरों को लेकर ‘बचतोत्सव अभियान‘ के तहत लोगों को गणित समझाने पहुंचे कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर के सामने भाजपा नेता आपस में भिड़ गये। लोगों को जीएसटी का गणित समझ में आया या नही लेकिन यह मामला आजमगढ़ कोतवाली पहुंच गया। घंटों एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को लेकर हंगामा होता रहा। मामला चूंकि सत्ता पक्ष का था इसलिए पुलिस कार्रवाई की वजाय बचाव की मुद्रा में रही।


दरअसल जीएसटी की दरें घटने के बाद उसकी गणित समझाने के लिए सोमवार को भाजपा की ओर से नेहरू हाल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में भाग लेने मुख्य अतिथि के तौर पर कैबिनेट मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर पहुंचे। मंत्री के पहुंचते ही भाजयुमो जिलाध्यक्ष निखिल राय और भाजयुमो जिला मंत्री लालगंज अमन श्रीवास्तव आपस में भिड़ गये। मारपीट हो गई। बाद में मामला कोतवाली पहुंचा तो वहां भी मारपीट हो गई। बताया जाता है कि जीएसटी यानी सरकार के बचतोत्व पर चर्चा में भाग लेने के लिए जिले के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर को आना था।

भाजपा कार्यकर्ता उनके स्वागत के लिए अमौड़ा टोल प्लाजा पहुंचे थे। मंत्री आये और टोल प्लाजा पर उनका स्वागत हुआ। यहां से जैसे ही गाड़ियों का काफिला आगे बढ़ा तो मंत्री की गाड़ी के पीछे अपनी गाड़ी लेकर चलने को लेकर एक-दूसरे में होड़ मच गई। इसी दौरान गाड़ियों के साइड और ओवरटेक को लेकर भाजयुमो जिलाध्यक्ष निखिल राय और भाजयुमो लालगंज के जिला मंत्री अमन श्रीवास्तव के बीच विवाद हो गया। फिर मंत्री काफिले के साथ नेहरू हाल पहुंचे तो यहां भी विवाद शुरू हो गया। मंत्री के मंच पर पहुंचे तभी फिर दोनों पक्ष भिड़ गये।

अब दोनों में जमकर मारपीट हो गई। यह देख पुलिसकर्मी पहुंचे। किसी तरह दोनों पक्षों को अलग किया गया। इसके बाद दोनों पक्षों को कोतवाली लाया गया। कुछ देर में कई समर्थक थाने पहुंच गये। इस दौरान एक पक्ष मुकदमा दर्ज करने की मांग करने लगा। थाना प्रभारी मुकदमा दर्ज करने के वजाय दोनों पक्षों को समझाने में जुटे रहे। क्षेत्राधिकारी से बात हुई तो वह शांति भंग की धारा में कार्रवाई की बात कहकर निकल लिये। उन्होंने भी इस झमेले में पड़ने से अच्छा अपना पल्ला झाड़ लिया। क्षेत्राधिकारी के जाते ही फिर दोनों पक्षों में थाने में ही हाथपाई, गाली-गलौज शुरू हो गया। काफी देर तक हंगामा चलता रहा।

