
गाजीपुर में नेत्रहीन साधु की गला रेतकर हत्या, सम्पत्ति विवाद में मारे जाने की आशंका
सदर कोतवाली क्षेत्र के कोठवां गांव में रात हुई वारदात से सनसनी




बचपन से ही नेत्रहीन थे नगीना यादव, ज्यादातर समय पूजा में ही बीतता रहा
खाना खाने में बाद आटा चक्की के बाहर सो गये थे
वाराणसी, भदैनी मिरर। यूपी के गाजीपुर जिले में सोमवार की रात में आटा चक्की के बाहर सोये साधु प्रवृत्ति के नेत्रहीन नगीना यादव (53) की गला रेतकर हत्या कर दी गई। मंगालवार की सुबह परिवार वालों को घटना की जानकारी हुई। सूचना पर पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच की। परिवार और आसपास के लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वैसे इस घटना के पीछे सम्पत्ति का विवाद बताया जा रहा है।

धार्मिक प्रवृत्ति के थे, ज्यादातर समय पूजा-पाठ में ही बीतता रहा
जानकारी के अनुसार नगीना सदर कोतवाली क्षेत्र के कोठवां गांव निवासी थे। वह बचपन से ही नेत्रहीन थे। उनकी कोई संतान नही थी। वह धार्मिक प्रवृत्ति के थे और उनका ज्यादातर समय पूजा-पाठ में ही बीतता रहा, इसलिए उनकी छवि साधु और पुजारी की थी। वह अपने बडे़ भाई वकील यादव से अलग रहते थे। कुछ माह पहले मां की मौत के बाद वे अकेले रहने लगे। दृष्टिहीन पुजारी नगीना का गांव के ही पिंटू यादव के घर ही भोजन होता रहा। रात में नगीना को पिंटू की पत्नी पूनम ने खाना दिया। इसके बाद वह आटा चक्की पर सोने चले गए। पडोसियों का कहना है कि रात में बाहर से भयानक आवाज आई। कुछ देर में आटा चक्की मालिक और आसपास के लोग निकले तो बाहर खून से लथपथ नगीना की लाश देखी। शोर मचाने पर आसपास के लोग जुटे और पुलिस को सूचना दी गई।


मां के निधन के बाद से अकेले रहने लगे थे
गांव में चर्चा है कि नगीना यादव की पुश्तैनी जमीन है जिसे वह बेचने के प्रयास में थे। जमीन को लेकर दोनों भाईयों में मनमुटाव भी था। घटना की जानकारी होतें ही पुलिस मौके पर पहुँच शव को कब्जा में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कोतवाली प्रभारी दीनदयाल पांडेय ने बताया कि आरम्भिक जांच में मामला सम्पत्ति विवाद का लग रहा है। मामले की जांच की जा रही है।


