
छह मौतों से दहला बहराइच : किसान ने दो किशोरों को गड़ासे से काट डाला, फिर परिवार समेत खुद को किया आग के हवाले
बहराइच जिले के रामगांव थाना क्षेत्र के टेपरहा गांव में दिल दहला देने वाली घटना से दहशत



पड़ोस के गांव के थे दोनों किशोर मजदूर, अपने साथ पत्नी और दो मासूम बच्चियों को भी कर दिया आग के हवाले
बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के रामगांव थाना क्षेत्र के टेपरहा गांव में दिल दहला देने वाली घटना ने सबको हिलाकर रख दिया। यहां के एक किसान ने ऐसा खौफनाक कांड कर दिया जिसे देख और सुनकर लोग सन्न रह गये। उसने तो पहले लहसुन फसल की कटाई के लिए बुलाए गए दो किशोर मजदूरों को गड़ासे से काटकर मार डाला और फिर ने अपने घर को अंदर से बंद कर लिया। इसके बाद अपनी पत्नी और दो नाबालिग बेटियों के साथ खुद को आग के हवाले कर दिया। इस सनसनीखेज घटना में छह जिंदगियां खत्म हो गई। दो किशोर गड़ासे से काटे गये और किसान समेत उसके परिवार के चार लोग जिंदा जल मरे। आग की चपेट में आये घर में बंधे 4 मवेशी भी जिंदा जल गए। इस घटना से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है।


पड़ोसी गांव के थे किशोर
रामगांव थाना क्षेत्र के गांव में यह घटना मंगलवार की शाम हुई। आरोपी किसान का नाम विजय मौर्य है। पुलिस ने बताया कि विजय मौर्य ने सुबह लहसुन की फसल की कटाई के लिए तीन किशोर मजदूरों- सूरज यादव(14), सनी वर्मा (14) और किशन- को बुलाया था। किशोर पड़ोसी गांव के निवासी थे और मजदूरी के लिए अक्सर विजय मौर्य के खेत पर काम करने आते थें। काम करते समय विजय मौर्य ने किशन को कुछ दूर के पेड़ की डाली काटने को कहा। किशन जब डाल काटकर लौटा तो घर में आग लगी हुई थी। उसके शोर मचाने पर आसपास के लोग जुटे। सूचना पर पुलिस पहुंची। ग्रामीणों ने जब घर का दरवाजा तोडा तो कमरे में दोनो किशोर मजदूर समेत किसान समेत उसके परिवार के चार लोगों यानी 6 के शव मिले। सभी शव जले हुए थे। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। जांच में यह सामने आया कि विजय मौर्य काफी परेशान रहता था। खेत की फसल खराब हो गई थी और परिवार में अक्सर कलह होता रहा। किसान की मानसिक स्थित ठीक नही थी। हालांकि घटना का कोई प्रत्यक्षदर्शी नही मिला है। घटना जांच का विषय है। इसके पीछे कारण और हो सकता है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

मौत पर सवाल, अशंकाएं कई
सवाल यह है कि ऐसी क्या परिस्थिति थी कि फसल कटाई के लिए बुलाये गये किशोरों को उसने गड़ासे से काटा और फिर दरवाजा अंदर से बंद कर परिवारवालों समेत खुद को आग लगा ली? आशंका जताई जा रही है कि किशोर मजदूरों ने फसल कटाई से इनकार किया तो वह नाराज हुआ और विवाद हुआ होगा। पत्नी से उसकी पहले से नही पटती थी तो उसने भी विरोध किया होगा। किसान की मानसिक हालत ठीक नही थी और वह गड़ासे मारने की धमकी देते हुए दोनों किशोरों को कमरे में ले गया होगा। गड़ासे के मारे जाने के डर से किसी ने शोर नही मचाया या शोर मचाया भी तो आवाज किसी के कानों तक पहुंच नही पायी। उसने पहले किशोरों को गड़ासे से काटा होगा। किसान के सिर पर खून सवार था, इसलिए पत्नी और उसके मासूम बच्चे दहल गये होंगे। अब इस हत्या के बाद किसान ने मान लिया होगा कि अब वह भी कानून के शिकंजे और गांव वालों के कोप से बच नही पायेगा। इसलिए इस विक्ष्पि्त ने घर में आग लगा ली होगी। लेकिन इस किसान की हैवानियत और मूर्खतापूर्ण कदम ने सबको हिलाकर रख दिया है।


