
आगरा पहुंचे अखिलेश यादव ने साधा करणी सेना से लेकर सरकार तक पर निशाना, पूछा - थानों में पीडीए कहा है?
आगरा में करणी सेना के बवाल के बाद सांसद रामजीलाल सुमन से मिलने पहुंचे सपा मुखिया




प्रेसवार्ता में केंद्र और योगी सरकार पर साधा जमकर निशाना
आगरा में तलवारें और बंदूकें लहराने की परमिशन सरकार ने दी थी!
आगरा, भदैनी मिरर। पूर्व घोषणा के तहत समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) शनिवार को आगरा में सांसद रामजीलाल सुमन (Ramjilal Suman) के घर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने उनके परिवार के लोगों से मुलाकात की और हाल जाना। इस दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार (yogi government) पर जमकर निशाना साधा. तंज कसते हुए कहा कि आगरा में तलवारें और बंदूकें लहराई गईं. सुना है सरकार ने शांतिपूर्व सम्मेलन की परमिशन दी थी. अखिलेश के साथ में रामजीलाल सुमन, शहर अध्यक्ष वाजिद निसार मौजूद रहे। सपा मुखिया ने कहा कि- जो घटना हुई, जिस बात को लेकर आगरा में तलवारें और बंदूकें लहराई गईं, सुना है उसके ‘शांतिपूर्ण‘ सम्मेलन की परमिशन सरकार ने दी थी। इससे पहले प्रदर्शनकारी बुलडोजर से यहां पहुंचे थे और तोड़फोड़ की। मुझे गोली मारने की जिसने कहा, गोली मार देंगे अखिलेश को, वह बहुत गरीब और भोलाभाला था। उनको कठपुतली बनाया गया। ऐसे लोगों के ताले की चाभी लखनऊ या दिल्ली वाले के हाथ में थी। योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि योगी जी को कुछ नहीं आता। वह विधानसभा में 46 को 56 बोलते हैं।

सोची समझी साजिश के तहत हुआ हमला, होटल में प्लानिंग हुई
अखिलेश यादव ने कहा कि भीमराव आंबेडकर का संविधान हमारे लिए ढाल है। मान सम्मान का नया कुरुक्षेत्र निकला है। रामजी लाल सुमन के घर हमला हुआ। यह कोई अचानक हमला नहीं था। सोची समझी साजिश के तहत हमला है। सुनने में आ रहा है कि योगी की निगरानी के एक सलाहकार और कुछ इंडिपेंडेट को एक बड़े होटल में बुलाया गया। फिर इस हमले की प्लानिंग हुई, फंडिंग हुई. केंद्र की सरकार चाहती है कि पीडीए समाज में डर पैदा किया जाय।


इन्हें बीजेपी वाले प्रमोट कर रहे हैं
सपा अध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी और करणी सेना पर करारा हमला बोला। फूलन देवी की हत्या के मामले को उठाते हुए कहा कि अब मुझे वे लोग गोली मारने की धमकी दे रहे हैं। गौरतलब है कि रामजी लाल सुमन ने राज्यसभा में राणा सांगा के खिलाफ विवादित बयान के बाद मामला गरमाया हुआ है। अखिलेश यादव आगरा में करणी सेना के बवाल के बाद पहुंचे थे। राजपूत करणी सेना और समाजवादी पार्टी के बीच लगातर माहौल गरमाया हुआ है। ऐसे में फूलन देवी की हत्या का मुद्दा उठाते हुए अखिलेश यादव ने आगरा से एक नई राजनीतिक लाइन खींचने की कोशिश की है। अखिलेश यादव ने प्रेस वार्ता में कहा कि फूलन देवी को मारने वाले अब उन्हें गोली मारने की धमकी दे रहे हैं और बीजेपी वाले इन्हें प्रमोट कर रहे हैं। यह लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के लिए बेहद खतरनाक संकेत है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर आगरा में इस तरह की घटनाएं होती रहीं, तो इसका असर पर्यटन पर भी पड़ेगा। दुनियाभर में आगरा की चर्चा होती है, लेकिन अगर पर्यटक इस तरह की हिंसा की खबरें सुनेंगे तो वे यहां आने से कतराएंगे। उन्होंने आगरा के लोगों से बीजेपी का विरोध करने की अपील की और कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था चरमरा चुकी है। थानों में पीडीए वालों की नियुक्तियां नहीं हैं। यूपी एसटीएफ में 21 पदों में से सिर्फ 3 लोग हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यूपी में दलितों के खिलाफ हिंसा बढ़ रही है और सरकार इन मामलों को नजरअंदाज कर रही है।

कहा-अम्बेडकर का संविधान हमारा ढाल, किया सपा सांसद का समर्थन
अखिलेश यादव ने राणा सांगा पर विवादित बयान मामले में समाजवादी पार्टी सांसद रामजी लाल सुमन का समर्थन किया। आगरा में सांसद के घर पर आयोजित प्रेस वार्ता में अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि भोले-भाले लोगों को नंगी तलवारें थमा दी गई हैं, जिससे साफ है कि किस तरह से आम जनता को उकसाया जा रहा है। अखिलेश यादव के इस बयान ने उत्तर प्रदेश की सियासत में गर्माहट ला दी है। अब यह माना जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनावों तक इस मुद्दे को गरमाने की तैयारी में अखिलेश हैं। सपा अध्यक्ष ने कहा कि मनमानी का दौर अब नहीं चलेगा क्योंकि अब बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी का संविधान है। संविधान ही सर्वोपरि रहेगा, पहले भी था और आगे भी रहेगा। इसमें किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं होने वाली है। उन्होंने रामजी लाल सुमन के खिलाफ करणी सेना के प्रदर्शन पर कहा कि सरकार पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों को डराना चाहती है, क्योंकि वो जानती है कि पीडीए की ताकत सपा के साथ खड़ी है। उनकी यह कोशिश सफल नहीं होने दी जाएगी। अखिलेश यादव ने इस मामले में कहा कि यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि आज सामंतवादी और प्रभुत्वादी को पता है कि उनकी सरकार है।
थानों में पीडीए कहां है?
उन्होंने कहा कि पुरानी सरकार में कहा जाता था यूपी पुलिस में बस यादव है। ऐसी कई फर्जी खबरें चलाई जाती थीं। आज जो आंकड़े हैं वह खबर कहीं नहीं चल रही है। आगरा में 48 थाने हैं, बताओ पीडीए कितने हैं? मैनपुरी में 15 थाने हैं, उनमें 10 में सरकार के स्वजातीय लोग हैं। महोबा में 11 थाने हैं, 6 थानों में सिंह साहब लोग हैं। पीडीए कहां है?

