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लो, अब आ गया ‘साइबर फ्राड दूल्हा‘, महिला साफ्टवेयर इंजीनियर को लगा दिया 56 लाख 40 हजार का चूना 

डिजिटल अरेस्ट, खाते खाली करनेवाले साइबर फ्राडों के बाद जालसाज का नया कारनामा

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पहले शादी का दिया झांसा और भावनात्मक रूप से किया ब्लेकमेल, तब महिला को हुआ ठगी का अहसास

नोएडा। साइबर जालसाज शिकार को अपने जाल में फंसाने के लिए रोज नये-नये हथकंडे अपना रहे हैं। साइबर फ्राड की दुनिया में डिजिटल अरेस्ट, साइबर ठगी के जरिए लोगों के खाते खाली करने की तमाम घटनाएं होती रहती है। अब साइबर ठगी की दुनिया में ‘डिजिटल दूल्हा’ भी आ गया है। इस जालसाज ने 45 वर्षीया महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर को शादी का झांसा देकर 56 लाख 40 हजार का चूना लगा दिया। ठगी का अहसास होने पर महिला ने साइबर क्राइम थाना सेक्टर-36 में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस जालसाज की तलाश कर रही है।

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जानकारी के मुताबिक सेक्टर-41 निवासी महिला ने बताया कि उनके पिता की मौत हो चुकी है। शादी के लिए उन्हें एक योग्य वर की तलाश थी। इसलिए मेट्रिमोनियल साइट पर अपनी प्रोफाइल बनाई थी। साइबर जालसाज ने मेट्रिमोनियल साइट पर फर्जी पहचान और नकली फोटो के जरिए महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर से दोस्ती की। फिर शादी का झांसा भी देने लगा। एक दिन सूचना दी कि वह विदेश में है और तोहफे में हीरे, गहने, विदेशी मुद्रा लेकर आ रहा है। फिर कुछ ही दिन में फोन कर जानकारी दी कि वह दिल्ली एयरपोर्ट पर आ गया है, लेकिन बेशकीमती हीरे-गहने व विदेशी मुद्रा होने के कारण उसे रोक लिया गया है। इसलिए कुछ पैसे की जरूरत है और उसके पास अभी विदेशी मुद्रा है, अगर वह भारतीय रूपये भेज देंगी तो सारे बेशकीमती सामान छूट जाएंगे। सामान छूटने के बाद वह उसके द्वारा भेजे गये पैसे वापस कर देगा।

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इसके बाद भी भावनात्मक रूप से महिला को वह ब्लैकमेल कारता रहा। पीड़िता उसके झांसे को समझ नहीं पाई और रकम भेजने लगी। फिर जालसाज के दूसरे साथियों ने कस्टम अधिकारी बनकर भी रकम ट्रांसफर करवाई। अलग-अलग बैंकों के छह खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर कराई गई है। यह ठगी 10 दिन के अंदर हुई है। आपको यह भी बता दें कि 17 जनवरी को महिला के मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद का परिचय प्रकाश भाई पटेल बताया। कहाकि आपका मोबाइल नम्बर साइट पर बनाई गई प्रोफाइल से मिला है, वह भी शादी के लिए इच्छुक है। इसके पहले एक दूसरे से बात कर जानना-समझना जरूरी है। फिर महिला और कथित प्रकाश भाई की नियमित बात होने लगी।

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इस दौरान जालसाज महिला का भरोसा जीतने के लिए फर्जीवाड़े करता रहा। अपना फर्जी पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और फोटो समेत अन्य दस्तावेज भेजे। 23 जनवरी को जालसाज ने कहा वह विदेश में है और 4 दिन बाद भारत लौटेगा। महिला के लिए तोहफे में विदेशी मुद्रा, हीरे के गहने समेत अन्य तोहफे लाने की बात कही। पहले दोस्त बने जालसाज ने महिला को तोहफे का लालच देकर भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल कर रुपये ट्रांसफर करवाए। इसके बाद जालसाज की सहयोगी महिला ने खुद को वित्त मंत्रालय की अधिकारी बताते हुए फोन कॉल कर धमकी देना शुरू किया। यह भी कहा कि अगर उसे कानूनी कार्रवाई से बचना है तो पैसा भेजना ही होगा। शिकायतकर्ता महिला को डराने के लिए उसके मोबाइल पर मुंबई कोर्ट का समन भेजा गया। पीड़िता को बताया गया कि अगर उसने जांच में सहयोग नहीं किया तो प्रकाश भाई के साथ उसे भी जेल जाना पड़ सकता है। फिर कथित प्रकाश भाई और महिला अधिकारी शिप्रा का मोबाइल बंद हो गया। 6 बैंक खाते जिनमें ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है,पुलिस उन खातों की जांच कर रही है। ठगी की रकम में से पुलिस ने 15 हजार रुपये फ्रीज कराए हैं।

सावधान रहें वर्ना खाता हो जाएगा खाली 

साइबर फ्रॉड आपकी सोच से कही ज्यादा आगे बढ़कर कार्य कर रहे हैं। उनका मकसद आपको आर्थिक चोट पहुंचाना और खुद आसानी से पैसे कमाना है। ऐसे में सोशल मीडिया प्लेटफार्म जितना सुविधाजनक हैं, उतना ही खतरनाक भी हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म के इस्तेमाल में यदि थोड़ी भी लापरवाही की गई तो आपकी गाढ़ी कमाई पलक झपकते ही साइबर फ्रॉड उड़ा ले जायेंगे।
मृत्युंजय सिंह, साइबर एक्सपर्ट्स

 

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