उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गुरुवार सुबह बारिश के साथ हुई। प्रदेश में ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी है, खासकर सुबह और शाम को घने कोहरे ने जीवन को प्रभावित किया है।


पश्चिमी विक्षोभ का असर
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से छिटपुट बारिश और बादलों की आवाजाही देखी जा रही है। नोएडा और गाजियाबाद समेत कई क्षेत्रों में बारिश के कारण दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है।

ठंड का बढ़ता प्रभाव

कानपुर, लखनऊ, रायबरेली, शाहजहांपुर, मेरठ, सहारनपुर, अलीगढ़, आगरा, झांसी, प्रयागराज, गोरखपुर और अन्य जिलों में ठंड का असर बढ़ता जा रहा है। 16 जनवरी को बारिश के आसार है, जबकि 17 से 20 जनवरी के बीच मौसम साफ रहने की संभावना है।



मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश और बौछारों की संभावना है। कई जिलों में घने कोहरे और वज्रपात को लेकर भी अलर्ट जारी किया गया है। लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, मेरठ और आगरा जैसे शहरों में शीतलहर और कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित किया है।


कोहरे और बारिश का ऑरेंज अलर्ट
बुंदेलखंड और आगरा क्षेत्र के 16 जिलों में गरज-चमक और वज्रपात का खतरा जताया गया है, जबकि 18 जिलों में घने कोहरे को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इनमें बुलंदशहर, मथुरा, हाथरस, झांसी और ललितपुर शामिल हैं।

दृश्यता में गिरावट
मंगलवार को लखनऊ, कानपुर, और बलिया जैसे शहरों में कोहरा इतना घना था कि दृश्यता 50 मीटर से भी कम रह गई। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के चलते मैदानी क्षेत्रों में ठंड बढ़ गई है।

नागरिकों के लिए चेतावनी
वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पछुआ हवाओं के कारण ठंड का असर बना रहेगा। 42 जिलों में घने कोहरे के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिनमें गोरखपुर, देवरिया, बरेली और मेरठ शामिल हैं। पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में बदलाव की संभावना है। नागरिकों को कोहरे और ठंड से बचाव के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई है।