वाराणसी: उत्तर प्रदेश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने प्रशासनिक कार्यों के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारियों को भी चिकित्सीय सेवाओं में शामिल करने का निर्देश दिया है। इस पहल के तहत मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ), अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) और उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी (डिप्टी सीएमओ) अब सप्ताह में तीन दिन, प्रतिदिन दो घंटे ओपीडी में मरीजों का इलाज करेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने शुक्रवार को इस बाबत निर्देश जारी किया। उन्होंने बताया कि जिले में कार्यरत सभी वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों को अलग-अलग चिकित्सालयों में ओपीडी सेवाओं के लिए नियुक्त किया गया है।
सीएमओ ने कहा हम सभी अधिकारी प्रशासनिक दायित्वों के साथ-साथ चिकित्सा कार्य भी करेंगे। यह पहल मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक अहम कदम है।”
किस अधिकारी को कहां मिलेगा दायित्व?
सीएमओ और अन्य अधिकारियों को विभिन्न चिकित्सालयों में ओपीडी सेवाओं के लिए निम्नलिखित जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं:
- डॉ. संदीप चौधरी (सीएमओ):
- शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गाकुंड, चौकाघाट, और शिवपुर।
- डॉ. संजय कुमार राय (एसीएमओ):
- शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मदनपुरा, भेलूपुर, और एसवीएम चिकित्सालय भेलूपुर।
- डॉ. एसएस कनौजिया (डिप्टी सीएमओ):
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर।
- डॉ. एके मौर्या (डिप्टी सीएमओ):
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवपुर, सारनाथ, और चौकाघाट।
- डॉ. राजेश प्रसाद (डिप्टी सीएमओ):
- शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मडुआडीह और दुर्गाकुंड।
- डॉ. हरिश्चंद्र मौर्या (डिप्टी सीएमओ):
- शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पांडेयपुर, अर्दली बाजार, और शिवपुर।
- डॉ. पीयूष राय (डिप्टी सीएमओ):
- टीबी यूनिट कबीरचौरा।
- डॉ. वाईबी पाठक (डिप्टी सीएमओ):
- शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मंडुआडीह, बजरडीहा, और दुर्गाकुंड।
- डॉ. अमित सिंह (डिप्टी सीएमओ):
- टीबी यूनिट कबीरचौरा।
मरीजों को मिलेगा लाभ
सीएमओ ने बताया कि यह नई व्यवस्था मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी। सुबह 9 बजे से 11 बजे तक इन अधिकारियों द्वारा ओपीडी में मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श और इलाज प्रदान किया जाएगा।