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Tilak Varma Caste: क्या तिलक वर्मा ब्राह्मण हैं? क्रिकेटर की जाति को लेकर फैन्स क्यों हैं कन्फ्यूज्ड, जानें पूरा सच

टीम इंडिया के युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा की जाति, परिवारिक पृष्ठभूमि और संघर्ष भरी कहानी पर फैन्स की बढ़ी दिलचस्पी — इंटरनेट पर फैल रही अलग-अलग रिपोर्टों की पड़ताल
 

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Tilak Verma
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खेल डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम के युवा और उभरते बल्लेबाज तिलक वर्मा ने अपनी दमदार बल्लेबाजी से कम समय में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खास पहचान बना ली है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ विशाखापट्टनम में खेले गए एकदिवसीय मुकाबले में उन्हें टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में जगह मिली, जिसके बाद से उनकी प्रतिभा की खूब चर्चा हो रही है।

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जब कोई खिलाड़ी तेज़ी से लोकप्रियता हासिल करता है, तो फैंस उसके निजी जीवन, परिवार और जातिगत पृष्ठभूमि के बारे में जानने को उत्सुक रहते हैं। इन्हीं सवालों में एक है-क्या तिलक वर्मा ब्राह्मण हैं? उनकी जाति क्या है?

पूरा नाम और परिवारिक बैकग्राउंड

तिलक वर्मा का पूरा नाम नंबूरी ठाकुर तिलक वर्मा है। उनका जन्म 8 नवंबर 2002, हैदराबाद (तेलंगाना) में हुआ।
उनके पिता नंबूरी नागराजू एक इलेक्ट्रीशियन हैं और माँ गायत्री देवी गृहणी हैं।

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नंबूरी एक तेलुगु भाषी सरनेम है, जो उनकी दक्षिण भारतीय पृष्ठभूमि को दर्शाता है।


तिलक वर्मा की जाति क्या है? 

तिलक वर्मा की जाति को लेकर इंटरनेट पर कई तरह की रिपोर्टें मौजूद हैं, लेकिन किसी भी आधिकारिक स्रोत द्वारा उनकी जाति की पुष्टि नहीं की गई है।

ऑनलाइन उपलब्ध जानकारी में यह बातें सामने आती हैं—

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  • कई रिपोर्ट्स के अनुसार वे हिंदू नंबूरी समुदाय से आते हैं।
  • कुछ ऑनलाइन स्रोत उन्हें कापू समुदाय से जोड़ते हैं।
  • कुछ जगहों पर कुर्मी समुदाय का भी उल्लेख मिलता है।
  • सोशल मीडिया पर कुछ हैंडल्स ने उन्हें तेलुगु ब्राह्मण बताया है, लेकिन इसका भी कोई साक्ष्य नहीं है।

पड़ताल में यह साफ है कि तिलक वर्मा की जाति को लेकर कोई प्रमाणित जानकारी उपलब्ध नहीं है, और खिलाड़ी स्वयं भी इस बारे में कोई सार्वजनिक बयान नहीं देते।

भारत में ‘वर्मा’ उपनाम कई राज्यों में विभिन्न समुदायों द्वारा उपयोग किया जाता है, इसलिए केवल उपनाम के आधार पर जाति तय नहीं की जा सकती।


व्यक्तिगत मामला है जाति, खिलाड़ी अक्सर नहीं करते सार्वजनिक खुलासा

यह ध्यान रखना जरूरी है कि किसी की जाति एक निजी और व्यक्तिगत जानकारी होती है। क्रिकेटर्स और अन्य सार्वजनिक हस्तियाँ इसे आमतौर पर सार्वजनिक नहीं करतीं। इसलिए इंटरनेट पर फैली सूचनाओं की सत्यता पर संदेह होना स्वाभाविक है।

संघर्ष और सफलता की कहानी

तिलक वर्मा का सफर संघर्षों से भरा रहा है। उनके पिता के पास सीमित आमदनी थी, जिसके कारण कोचिंग का खर्च उठाना मुश्किल था। ऐसे में उनके कोच सलाम बायश ने न सिर्फ उनकी प्रतिभा को पहचाना बल्कि कोचिंग फीस और क्रिकेट किट का पूरा खर्च उठाया।

आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने के बाद तिलक वर्मा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा और जल्द ही अपनी छाप छोड़ी। उनकी कहानी हर उस खिलाड़ी की प्रेरणा है जो साधारण पृष्ठभूमि से बड़े सपने लेकर आगे बढ़ना चाहता है।

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