
वाराणसी में शिव-पार्वती विवाह की दिव्य लीला, शृंगेरी मठ में शिव पुराण कथा का तीसरा दिवस उत्साहपूर्वक सम्पन्न
शृंगेरी मठ में चल रही श्री शिव पुराण कथा के तीसरे दिन श्रद्धा और भक्ति से भरे माहौल में संपन्न हुआ भगवान शिव और माता पार्वती का पावन विवाह, कथा व्यास पं. शिवम विष्णु पाठक ने श्रद्धा, घमंड और भक्ति पर दिए प्रेरणादायक प्रवचन

Updated: Jul 14, 2025, 23:25 IST

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वाराणसी, भदैनी मिरर। शहर के प्रतिष्ठित श्री शृंगेरी मठ, महमूरगंज में चल रही श्री शिव पुराण कथा के तीसरे दिवस पर श्रद्धा, भक्ति और दिव्यता से परिपूर्ण वातावरण में भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह प्रसंग धूमधाम से मनाया गया। इस अद्भुत आयोजन में कोलकाता से पधारे कथा व्यास पंडित शिवम विष्णु पाठक ने धर्म, भक्ति और जीवन मूल्यों से भरे कथाओं का वर्णन किया।


दक्ष चरित्र और श्रद्धा का महत्व
कथा प्रसंग में जब दक्ष प्रजापति के चरित्र का वर्णन आया तो पं. पाठक ने कहा, "अभिमान कभी नहीं करना चाहिए क्योंकि यह पतन का सबसे बड़ा कारण होता है।"
उन्होंने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि "श्रद्धा और विश्वास ही वह शक्ति है जो हमें कठिन समय में भी ईश्वर से जोड़कर रखती है।"



भक्ति संगीत और दिव्य लिंगाष्टकम
कथा के दौरान श्रद्धालुओं ने लिंगाष्टकम का पाठ करते हुए भक्ति भाव में डूबकर भगवान शिव के दिव्य स्वरूप का आनंद लिया। कथा में उपस्थित भक्तों की संख्या सैकड़ों में रही, जिनमें स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ संत-महंतों की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को आध्यात्मिक ऊँचाई दी।


व्यास मंच को संतों का आशीर्वाद
कथा स्थल पर पधारे स्थानीय संत-महंतों ने व्यास मंच की मंगल कामना की और आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की। व्यासपीठ से प्रवाहित आध्यात्मिक ऊर्जा ने सभी श्रोताओं को एक अलग ही अनुभूति दी।

आगामी दिवस की झलक
कथा के चतुर्थ दिवस (सोमवार) को श्री गणेश एवं कार्तिकेय जन्मोत्सव का दिव्य वर्णन किया जाएगा। आयोजकों के अनुसार, यह प्रसंग भी भक्तों को भावविभोर करने वाला होगा।



