
शिवपुर रामलीला में चार फाटकों की लड़ाई और लक्ष्मण शक्ति प्रसंग का भव्य मंचन, दर्शक हुए मंत्रमुग्ध
पारंपरिक वेशभूषा, जीवंत संवाद और आकर्षक मंच सज्जा के साथ हुआ ऐतिहासिक मंचन | सनातन संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास

Oct 3, 2025, 00:50 IST

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वाराणसी। शिवपुर की ऐतिहासिक रामलीला में गुरुवार को लंकाकांड के दो महत्वपूर्ण प्रसंगों—चार फाटकों की लड़ाई और लक्ष्मण शक्ति—का भव्य और भावपूर्ण मंचन किया गया। इस दौरान स्थानीय कलाकारों ने अपनी उत्कृष्ट अभिनय कला, पारंपरिक वेशभूषा और जीवंत संवादों से रामायण के इन रोमांचक दृश्यों को जीवंत कर दिया।

मंचन में भगवान श्रीराम रावण के विरुद्ध युद्ध का नेतृत्व करते नजर आए, जबकि लक्ष्मण मेघनाद के शक्ति बाण से घायल होकर मूर्छित हो गए। चार फाटकों पर राक्षसों और वानर सेना के बीच हुए भीषण युद्ध ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। हनुमान, सुग्रीव, अंगद, जामवंत और विभीषण ने राम की सेना को मजबूती दी, जबकि सुबाहु, ताड़का और रावण की सेना के अन्य योद्धाओं ने युद्ध को और जीवंत बना दिया।



शिवपुर रामलीला की भव्य मंच सज्जा, प्रभावशाली संवाद और पारंपरिक परिधान दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बने। रामायण का पाठ मृदंग की ताल के साथ हुआ, जिसमें भोलानाथ शर्मा, मनोज केसरी, वंश नारायण, रामबली पांडेय, नत्थू यादव, अनुराग मिश्रा, जवाहरलाल मौर्य और मृदंग वादक दीनानाथ सेठ ने उल्लेखनीय योगदान दिया।

इस आयोजन में श्री रामलीला सेवा समिति शिवपुर के अध्यक्ष अतुलेश उपाध्याय, उपाध्यक्ष विकास सिंह, मंत्री संतोष मिश्रा, कोषाध्यक्ष आर.एन. सिंह, उपमंत्री दिनेश कुमार, पृथ्वीराज शर्मा, त्रिलोकी सेठ, सुधांशु पांडेय, संजय मिश्रा, रवि कपूर कल्लू, पूर्व मंत्री नरेंद्र श्रीवास्तव, नरसिंह जायसवाल सहित पूरी कार्यकारिणी सक्रिय रही।

रामलीला के प्रचार-प्रसार में आनंद तिवारी, रवि प्रकाश बाजपेई रिंकू और वीरेंद्र कुमार पटेल का विशेष योगदान रहा।

