सूर्यवंशी भगवान राम का सूर्य ने किया तिलक, राम जन्मभूमि आयोध्या में जन्मोत्सव की धूम



यूपी,भदैनी मिरर। चैत्र रामनवमी के दिन आज रविवार को अखिल ब्रम्हांड नायक सूर्यवंशी भगवान राम के जन्मोत्सव की आयोध्या में धूम है. आयोध्या में चारो ओर कही मानस का पाठ हो रहा है तो कही भजन-कीर्तन हो रहा है. "जेहि दिन राम जनम श्रुति गावहिं, तीरथ सकल तहाँ चलि आवहिं..."आयोध्या नगरी में जैसे भक्तों के साथ सभी तीर्थ पधार गए हो." रामलला के जन्मोत्सव पर भगवान भास्कर ने सूर्य तिलक किया, करीब चार मिनट तक भगवान के चेहरे का अभिषेक करते रहे. मंदिर "सीता-राम" और "जय श्री राम" का निरंतर जयघोष हो रहा है. उधर पूरे आयोध्या में भक्तों की भारी-भीड़ है.

रामनवमी पर जैसे ही दोपहर 12 बजे घंटा-घड़ियाल व नगाड़े की थापों के मध्य रामलला का प्राकट्य हुआ. भगवान भास्कर ने पहले भगवान का सूर्य तिलक किया उसके बाद करीब 4 मिनट तक भगवान का अभिषेक करते रहे. इस दौरान भगवान राम के प्राकट्योत्सव में शामिल होकर भक्तों का रोम-रोम पुलकित हो गया. इस अलौकिक क्षण में भगवान के प्राकट्य की आरती हुई. राम मंदिर में सूर्य तिलक की तैयारियों के लिए इसरो व सीबीआरआई के वैज्ञानिकों की टीम कई दिनों से तैयारी में जुटे रहे, फाइनल अभ्यास शनिवार को टीम ने किया था. इस अद्भभूत क्षण का सजीव प्रसारण दूरदर्शन पर किया गया, इसके साथ ही कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किया गया. इस अद्भुत पल का विदेशों में बैठे भक्त भी साक्षी बने.

जन्मोत्सव पर भगवान श्री राम ने रत्न जड़ित पिले वस्त्र और सोने का मुकुट धारण कर जैसे भक्तों को दर्शन दिए, सभी की थकान ख़त्म और लालसा पूरी हो गई. इसके पहले जन्मोत्सव पर भगवान के कपाट सुबह 3:30 पर खोल दिए गए. राग-भोग-श्रृंगार का क्रम चलता रहा, सभी को दोपहर 12 बजने का इन्तजार था. जैसे ही पुजारी ने दोपहर भगवान के पट खोले "भए प्रगट कृपाला दीनदयाला कौसल्या हितकारी, हरषित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी" छंद का गायन शुरु कर दिया.
रामनगरी के ऐतिहासिक चैत्र रामनवमी मेले में आस्था का जलसैलाब उमड़ा है. सुरक्षा और व्यवस्था के मद्देनजर जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेटों के साथ सहयोग व समन्वय के लिए पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाला है तो एटीएस व एसटीएफ सक्रिय हुई है तथा बीडीडीएस टीम से जाँच व तलाशी कराई जा रही है.


